Fasttag update : अगर कल तक फास्ट टैग को लेकर यह अपडेट नहीं किया तो वाहन चालकों की बढ सकती है मुसीबत

Parvesh Mailk
4 Min Read
अगर कल तक फास्ट टैग को लेकर यह अपडेट नहीं किया तो वाहन चालकों की बढ सकती है मुसीबत

Fasttag update : नेशनल हाईवे पर चलने वाले वाहन चालकों को लिए यह जरूरी खबर है। अगर आपने 31 जनवरी रात 12 बजे तक अपने फास्ट टैग (Fasttag update) को अपडेट नहीं किया तो आपके लिए मुश्किल खडी हो सकती है। आप नेशनल हाईवे पर नहीं चल पाएंगे। इसलिए समय रहते आपको अपना फास्ट टैग का बैंक से केवाईसी करवाना जरूरी हो गया है।
नो योर कस्टमर (केवाईसी) 31 जनवरी रात 12 बजे तक अपडेट करना होगा। फास्टैग अपडेट करने की सुविधा आपको ऐप से अपडेट करने की सुविधा मिलेगी।

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने स्पष्ट किया है कि अब एक वाहन पर एक ही फास्टैग चलेगा, जिसका अपडेट होना जरूरी होगा। अगर चालक ने गाड़ी का फास्ट टैग अपडेट नहीं किया तो वह ब्लैक लिस्ट में शामिल हो जाएगा और काम करना बंद कर देगा। एक फरवरी से टोल प्लाजा से वाहन तभी गुजर सकेगा जब फास्टैग में केवाईसी अपडेट होगा और वो ब्लैकलिस्ट नहीं होगा।

ये भी पढ़ें :   Jind News : सीआइएसएफ कांस्टेबल कुलविंद्र कौर के समर्थन में आए जींद के किसान, उचाना धरने पर बुलाकर करेंगे सम्मानित

एनएचएआई के इस फैसले के बाद काफी लोग उलझन में फंसे हैं, क्योंकि कुछ लोगों ने मोबाइल नंबर पर फास्टैग जारी कराया है। खासकर, नए वाहन (Fasttag update) लेते समय उसका कोई नंबर नहीं होता है। ऐसे में फास्टैग सेवा प्रदाता कंपनियां मोबाइल नंबर पर ही वाहन की श्रेणी के हिसाब से फास्टैग जारी कर देती हैं। यानी कोई ग्राहक कार ले रहा है तो उसे फोर व्हीलर और कोई 10 टायर का ट्रक ले रहा है तो उसे कॉमर्शियल श्रेणी में फास्टैग जारी करती है।

वाहन और फास्टैग के नामों में अंतर :

देश में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है जिनकी कार किसी दूसरे नाम पर है और फास्टैग किसी दूसरे व्यक्ति के नाम और मोबाइल नंबर से जारी हुआ है।

पूरी जानकारी एक व्यक्ति के नाम होना चाहिए

एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि नियमों के हिसाब से फास्टैग लेने वाले व्यक्ति का केवाईसी अपडेट होना चाहिए। ऐसी स्थिति में गाड़ी भी उस व्यक्ति के नाम होनी चाहिए। अभी शुरुआत में यह छूट रहेगी कि गाड़ी भले ही किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर हो, लेकिन जो व्यक्ति फास्टैग (Fasttag update) जारी करा रहा है, उसका केवाईसी होना जरूरी है। आगे चलकर यह अनिवार्य कर दिया जाएगा, कि गाड़ी, फास्टैग और केवाईसी का डाटा एक ही व्यक्ति का होना चाहिए।

ये भी पढ़ें :   top news headline : आडवाणी को भारत रत्न; यशस्वी टेस्ट में 200 बनाने वाले तीसरे यंगेस्ट इंडियन; बिहार में भाजपा को ज्यादा, लेकिन जदयू को पावरफुल मंत्रालय

डिमांड भेज सकेंगे :

अब अगर कोई बिना टोल चुकाए जाता है तो टोल एजेंसी फास्टैग नंबर के आधार पर संबंधित टोल शुल्क (Fasttag update) काटने की डिमांड उस बैंक को भेज सकेंगे, जिसका फास्टैग गाड़ी पर लगा हुआ है।

 

ये तरीके अपनाएं

सबसे पहले https://fastag. ihmcl.com/ पर जाएं, जहां अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ओटीपी की मदद से लॉगइन करें। इसके बाद डैशबोर्ड मेन्यू में माय प्रोफाइल ऑप्शन को खोलें। माय प्रोफाइल ऑप्शन में केवाईसी का स्टेटस चेक करें। अगर केवाईसी पूरी नहीं है तो केवाईसी सब-सेक्शन में जाएं, जहां पर जरूरी जानकारी जैसे आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और फोटो जमा करें। इसके बाद सबमिट ऑप्शन पर क्लिक कर दें।

ऐप आपने जिस भी कंपनी का फास्टैग जारी करा रखा है उसका फास्टैग वॉलेट ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करें। फिर फास्टैग में दर्ज मोबाइल नंबर से लॉगिन करें और उसके बाद माय प्रोफाइल में जाएं, जहां केवाईसी पर क्लिक करें। इसके बाद देखें कि क्या आपका केवाईसी अपडेट है। अगर केवाईसी अपडेट नहीं है तो फिर केवाईसी फिल ऑप्शन पर क्लिक करके

ये भी पढ़ें :   The birthday of former Home Minister Anil Vij was celebrated like a festival in Ambala
Share This Article
Follow:
मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।