Farmer protest : किसान पहले दिन नहीं तोड़ पाए एक भी सुरक्षा लेयर, आज रणनीति बनाकर दोबारा से होगा दिल्ली कूच के लिए प्रयास
Farmer protest : पंजाब की तरफ से दिल्ली कूच कर रहे किसानों और पुलिस के बीच मंगलवार शाम को हुई झड़प और लाठीचार्ज में 10 पुलिस कर्मी और तीन अर्द्ध सैनिक बल के जवान घायल हो गए तो वहीं एक दर्जन से ज्यादा किसानों को चोटें आई। सिविल अस्पताल में दाखिल घायल पुलिस कर्मियों से मिलने के लिए एसपी सुमित कुमार पहुंचे और उनका हाल जाना। इस दौरान बार्डर पर ही घायल होने के बाद उपचाराधीन बुजुर्ग किसान से भी एसपी मिले और कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं मंगलवार रात तक किसान सुरक्षा की पहली लेयर भी पार नहीं कर पाए हैं। आज दोबारा से रणनीति बनाकर किसान आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे। प्रशासन की तरफ से शुगर मिल को अस्थायी जेल बनाया गया है।
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर पहले दिन ही हिंसा शुरू हो गई। इसमें पुलिस प्रशासन की तरफ से किसानों को रोकने का प्रयास किया गया और किसान नहीं रूके तो उन पर बल प्रयोग किया गया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और मिर्चयुक्त पानी से किसानों पर बौछार की। वहीं किसानों की ओर से भी पथराव किया गया। पुलिस व किसानों के बीच लाठियों से आमने-सामने का संघर्ष भी हुआ। इसमें 10 पुलिसकर्मी और तीन अर्धसैनिक घायल हो गए। दरअसल किसानों को आगे बढ़ता आते देख कर पुलिस व अर्धसैनिक बल उन्हें पीछे हटाने के लिए हरियाणा सीमा में ही पंजाब की ओर निकल गए। दूसरी तरफ से किसानों ने पथराव शुरू किया, तो पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस दौरान सड़क पर गाड़ी गई कीलों में कई पुलिसकर्मी उलझ गए और घायल हो गए। हालांकि किसान बैरिकेडिंग से करीब 200 मीटर पीछे ही रहे।
किसानों का दावा, छह महीने का राशन लेकर चले हैं साथ
पंजाब की ओर से आगे बढ़ रहे किसानों का दावा है कि वे छह महीने का राशन लेकर चले हैं। अमृतसर से पहुंचे किसान बलदेव सिंह ने बताया कि इस बार पिछली बार से भी अधिक तैयारी के साथ किसान दिल्ली चले हैं। उन्होंने एक ट्रैक्टर के पीछे दो-तीन ट्राली भी जोड़ रखी हैं। इसमें छह महीने तक का राशन साथ लिया है। किसानों ने कहा कि दिल्ली पहुंच कर वहां रूकने व आंदोलन की रणनीति के बाद ही आगे की तैयारी की जाएगी।