टीचिंग स्टाफ की स्थाई भर्तियां चल रही थी
Haryana news : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (CRSU) जींद और चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (CDLI) सिरसा में चल रही भर्तियों पर सरकार ने आगामी आदेशों तक रोक लगा दी है। सीआरएसयू में 23 व 24 फरवरी को सहायक प्रोफेसर के पदों के लिए अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की तरफ से पत्र जारी होने के बाद ये साक्षात्कार स्थगित कर दिए गए हैं। भर्ती पर रोक लगाने का कारण सामने नहीं आया है।
लंबे समय से विश्वविद्यालय में टीचिंग स्टाफ की स्थाई नियुक्ति का इंतजार है। सरकार के आदेश के बाद भर्तियों को लेकर ये बड़ा झटका है। साल 2014 में अस्तित्व में आए सीआरएसयू (CRSU) में टीचिंग स्टाफ के 100 से ज्यादा पद हैं और इनमें से एक तिहाई से ज्यादा पदों पर अनुबंध के स्टाफ के सहारे काम चलाया जा रहा है। पूर्व में वीसी रहे मेजर जनरल डा. रणजीत सिंह और प्रो. आरबी सोलंकी के समय भी भर्ती प्रकिया शुरू हुई थी। लेकिन कुछ पदों पर नियुक्ति के बाद विवादों के कारण रोक लगती रही। प्रो. आरबी सोलंकी के समय गड़बड़ी के आरोप लगने के कारण जनवरी 2021 में भर्तियों पर रोक लगी थी। उनके कार्यकाल में जो भर्तियां हुईं थी, उनकी सरकार द्वारा विजिलेंस जांच करवाई गई थी। जांच में भर्तियों में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।
पिछले साल सरकार ने विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के 61 पदों पर भर्ती की अनुमति दे दी थी। उसके बाद कुछ और पदों पर भी भर्ती की अनुमति मिल गई थी। फिलहाल विभिन्न पदों पर आवेदन प्रक्रिया के बाद साक्षात्कार के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा था। आठ पदों पर भर्ती भी की जा चुकी है। लेकिन सरकार की तरफ से पत्र जारी होने के बाद पूरी भर्ती प्रक्रिया आगामी आदेशों तक रोक दी गई है।
सीआरएसयू के वीसी (CRSU VC) डा. रणपाल सिंह ने बताया कि स्थाई भर्ती के लिए प्रक्रिया चल रही थी। सरकार की तरफ से आदेश आने पर फिलहाल भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई है। भर्तियों को लेकर किसी तरह की शिकायत भी नहीं थी। फिर भी रोक क्यों लगाई गई, इसके कारणों का फिलहाल पता नहीं चला है। उम्मीद है जल्द ही रोक हट जाएगी।
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के रजिस्ट्रार डा. राजेश बंसल (Rajesh bansal) ने बताया कि विश्वविद्यालय (University) में भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। सरकार के आदेश आने पर भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई है। उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य निदेशक की तरफ से इस संबंध में पत्र मिला है। भर्ती रोकने के क्या कारण रहे, इस बारे में जानकारी नहीं है।