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Haryana news : हरियाणा के फतेहाबाद में बंदरों के हमले के डर से छत से कूदी महिला के परिजन घायल महिला को लेकर पूरी रात नगर परिषद कार्यालय में धरने पर बैठे रहे और रोष जाहिर किया। कई वार्डों के पार्षद भी उनके समर्थन में पहुंचे तो वहीं रात को नायब तहसीलदार उनसे बात करने पहुंचे। परिजन व लोग अपनी मांग पर अड़े रहे और सुबह रोड जाम करने की चेतावनी दी। बाद में नगर परिषद अधिकारी, चेयरमैन, वाइस चेयरपर्सन व पार्षदों के बीच बात हुई महिला को मुख्यमंत्री कोष से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने का प्रयास करने की बात कही।
इसके अलावा दो महीनों के अंदर बंदरों, बेसहारा पशु और आवारा कुत्तों से निजात दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही बड़ी बात यह रही कि नगर परिषद चेयरमैन व कुछ पार्षद अपने एक माह की सैलरी भी महिला को देंगे। जिसके बाद करीब 2 बजे परिजन शांत हुए और महिला को लेकर घर के लिए रवाना हो गए।
शुक्रवार सुबह नगरपरिषद से ईओ राजेंद्र सोनी, कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक सबसे पहले धरना दे रहे लोगों को समझाने के लिए आए। लेकिन लोगों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा। बाद में अधिकारियों आपात बैठक की और इसका हल निकाला।
इस दौरान नप प्रधान राजेंद्र खिची भी पहुंचे। उन्होंने भी पीडि़त परिवार को आश्वासन दिया। नप हाउस की बैठक कक्ष में सभी की बैठक हुई। इस दौरान पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरियां व डा. वीरेंद्र सिवाच भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी नप हाउस के अधिकारियों व प्रधान के सामने बात रखी कि समाधान किया जाए।
बता दें कि शिव चौक में 18 फरवरी की शाम को 10-12 बंदरों के झुंड ने आशु नामक महिला पर अटैक किया तो बचने के लिए आशु ने छत से छलांग लगा दी थी, जिससे उनकी दोनों टांगें टूट गई थी। महिला को हिसार (Haryana news) रेफर किया गया था। कल दोपहर बाद इलाज के बाद परिजन उसे एंबुलेंंस पर स्ट्रेचर पर लिटाकर सीधे नगर परिषद कार्यालय ले आए, जहां दो घंटों तक वे हंगामा करते रहे तो किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली, जिसके बाद वे नप कार्यालय में गद्दे व दरियां मंगवाकर धरने पर बैठ गए।
रातभर वे धरने पर बैठे रहे और आज सुबह फिर आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने महिला के इलाज का खर्च देने, बंदरों की समस्या से निजात दिलाने व संबंधित अधिकारी व कर्मचारी पर कार्रवाई करने आदि मांगें रखी हैं, लेकिन गुस्से का कारण यह रहा कि किसी ने भी समय रहते उनकी सुनवाई नहीं की।
उधर 22 फरवरी दोपहर बंदरों के झुंंड ने चार मरला कॉलोनी की राम बाग वाली गली में एक घर पर धावा बोल दिया। 10-15 बंदर एक घर में घुस आए, घर की महिलाओं व बच्चों ने खुद को कमरे में बंद कर जान बचाई। जिस पर बंदरों ने बेखौफ होकर घर का सामान बिखेर दिया और फ्रिज खोल कर फल सब्जी, दूध आदि सभी चट कर गए।
घटना की वीडियो सामने आई है। लोगों के रोष को देखते हुए दो दिन पहले ही इमरजेंसी में मथुरा (Haryana news) से बंदर पकडऩे वाली टीम को बुलाया गया है, जो फतेहाबाद पहुंचकर शिव चौक क्षेत्र में फिर रहे झुंड को पकड़ेगी। यदि बंदर ज्यादा होते हैं तो फिर टेंडर कॉल किया जाएगा।
बता दें कि शहर में बंदरों की समस्या काफी पुरानी है। पिछले साल वार्ड 12 के जगजीवनपुरा क्षेत्र में बंदरों का काफी आतंक रहा था। यहां तक कि लोग सुबह शाम अपने घरों से बाहर निकलने से भी डरते थे। लोगों द्वारा बार-बार नगर परिषद कार्यालय पर हंगामा किए जाने के बाद टेंडर लगाकर बंदर पकडऩे का अभियान चलाया गया और करीब 280 बंदर पकड़े गए थे। इसके बाद अभियान रोक दिया गया और अब शहर के दूसरे क्षेत्र में यह समस्या फिर बन गई है।