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Haryana kisaan tractor march : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जींद जिले में किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के मुंह दिल्ली की तरफ किए और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली उनसे केवल एक काल दूर है। एक काल मिलते ही सीधे दिल्ली कूच कर सकते हैं।
जींद के गुलकनी, रामराय, ईक्कस समेत दर्जनों गांवों के लोगों ने जींद-हिसार स्टेट हाईवे किनारे ट्रैक्टर खड़े किए तो उचाना में किसानों ने दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे (Haryana kisaan tractor march) किनारे तथा जुलाना में किसानों ने नेशनल हाईवे नंबर 152-डी के किनारे अपने ट्रैक्टर खड़े किए। उचाना में किसान किसान नेता आजाद पालवां के नेतृत्व में किसानों ने डब्ल्यूटीओ का पुतला फूंक कर रोष जताया।
इससे पहले गांव गुलकनी में भारतीय किसान यूनियन की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भाकियू प्रवक्ता रामराजी पोंकरीखेड़ी ने कहा कि सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली की तरफ मुंह करके ट्रैक्टरों को खड़ा किया गया है। ऐसा कर सरकार को यह चेताना का प्रयास किया गया है कि दिल्ली किसानों से दूर नहीं है। संयुक्त किसान मोर्चा की एक कॉल पर किसान दिल्ली की तरफ कूच करने से पीछे नहीं हटेंगे। किसानों के इस आंदोलन को सरकार कमजोर न समझे।
14 मार्च की दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली भी आयोजित की जा रही है। नेशनल हाइवे पर जो-जो गांव है वहां के किसान हाइवे पर दिल्ली की तरफ एक लाइन बना कर अपने ट्रैक्टरों को खड़ा करने का काम किया है। जो गांव नेशनल हाइवे के आस-पास है उन गांव के किसान ट्रैक्टर लेकर नेशनल हाइवे पर पहुंचे हैं। उचाना में पक्का मोर्चा धरना सोमवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर डब्ल्यूटीओ का पुतला दहन किया गया और मांग की गई कि किसानी व खेती को डब्ल्यूटीओ से बाहर किया जाए।
किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि ट्रैक्टरों को दिल्ली की तरफ मुंह करके केंद्र सरकार को चेताया गया कि अगर सयुंक्त किसान मोर्चा (Haryana kisaan tractor march) एक कॉल करेगा तो एक फोन पर दिल्ली पहुंचने का काम करेगें। इस कार्यक्रम के मध्यम से मुख्यमंत्री के उस बयान को चेतावनी देने का काम किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान हाईवे पर ट्रैक्टर नही चला सकता है। किसानों ने चेतावनी दी कि ये किसान के ट्रैक्टर हैं ओर कहीं भी जा सकते हैं।
डुमरखां कलां मंदिर के सामने, डुमरखां खुर्द कैंची पर, पक्का मोर्चा धरनास्थल पर, खटकड टोल पर, शुगर मिल पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर खड़े करके विरोध प्रदर्शन किया गया व डब्ल्यूटीओ का पुतला फूंका गया। इस मौके पर राममेहर बुडायन, अमरजीत खटकड़, बीरा करसिंधू, टेकराम, अनिल, बलवान, गुरदेव, सुनील, राजा सहित अनेक किसान नेता मौजूद रहे।