Haryana roadways new buses : हरियाणा रोडवेज के जींद डिपो के बेड़े में नई बसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार तक डिपो में 11 और नई बसें शामिल हो जाएंगी। नई बसें आने के बाद यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। जींद डिपो की बसों का आंकड़ा अब 200 के पार चला गया है। इनमें किलोमीटर स्कीम की भी 37 बसें शामिल हैं। रूट परमिट और फास्टैग जैसी कार्रवाई के बाद इन बसों को लंबे रूटों पर चलाया जाएगा।
डिपो में इस समय 189 बसें रूटों पर चल रही हैं। इनमें हर रोज 20 हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। इनसे डिपो को 14 से 15 लाख रुपये की आमदनी होती है। प्रति बस 1.7 चालक-परिचालक के नोरम के हिसाब से ओवरटाइम शून्य करने के लिए डिपो में 200 बसों (Haryana roadways new buses) पर 340 चालक व परिचालक की जरूरत है लेकिन इस समय डिपो में 272 परिचालक व 249 चालक कार्यरत हैं।
ऐसे में बसों का संचालन सुचारू रूप से जारी रखने के लिए चालक व परिचालकों को ओवरटाइम दिया जा रहा है। इससे पहले भी एचकेआरएन के तहत 23 परिचालकों की भर्ती डिपो में हो चुकी है। डिपो में एक सप्ताह पहले भी पांच नई बसें आई थी। 11 और नई बसें आने के बाद यात्रियों को राहत मिलेगी और जिन रूट पर अभी बसों की संख्या कम है, उस रूट पर बसों को चलाने का प्रयास रहेगा।
स्थाई रोजगार देने की जरूरत
परिवहन विभाग द्वारा डिपो में नई बसें जरूर भेजी जा रही हैं, लेकिन बसों (Haryana roadways new buses) की संख्या के हिसाब से कर्मचारियों की कमी है। सरकार द्वारा हरियाणा कौशल निगम के तहत चालक व परिचालक की भर्ती की जा रही है। जबकि सरकार को चाहिए कि बेडे में स्थाई भर्ती करें, जिससे युवाओं को रोजगार भी मिले। यूनियन सरकार की निजीकरण की नीति का विरोध करती है।
-संदीप रंगा, राज्य उपप्रधान, हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ
आज या कल पहुंचेंगी 11 नई बसें
डिपो में शनिवार या रविवार तक 11 नई बसें डिपो में पहुंच जाएंगी। जल्द ही नई बसों की कागजी कार्रवाई भी पूरी कर ली जाएगी। फास्टैग लगने तक बसों को हांसी, रोहतक व असंध जैसे लोकल रूटों पर चलाया जाएगा। वहीं फास्टैग लगने के बाद बसों (Haryana roadways new buses) को यात्रियों की सुविधा अनुसार लंबे रूट पर भेजा जा सकता है।
-जसमेर खटकड़, डीआई जींद।