स्वास्थ्य विभाग में बायोमेट्रिक पंचिंग (Biometric punching top district) नहीं करवाने वाले दो डाक्टर समेत 36 कर्मियों की पहचान
Biometric punching top district ; जींद : सरकारी कार्यालयों और बोर्ड-निगमों में बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने से बचते आ रहे कर्मचारियों पर अब शिकंजा कसेगा। जो भी कर्मचारी ड्यूटी पर रहते बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं कराएगा। उसे कार्यालय से अनुपस्थित माना जाएगा। ऐसे में उन्हें वेतन भी नहीं मिल सकेगा। इसी सख्ती का असर है कि स्वास्थ्य विभाग (Jind news) में बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने में जींद जिला प्रदेशभर में पहले स्थान पर रहा है।
जहां पर जिले में कार्यरत 81.6 प्रतिशत कर्मचारियों ने बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाई है। जबकि प्रदेश में सबसे नीचे पायदान पर मेवात जिला रहा हैं। जहां पर 46.9 प्रतिशत कर्मचारियों ने ही बायोमेट्रिक उपस्थिति (Biometric punching) दर्ज करवाई है। जींद जिले में बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज को शत प्रतिशत लेकर जाने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से सख्ती करनी शुरू कर दी है। विभाग ने ऐसे 36 कर्मचारियों की पहचान की गई है, जो बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवाते हैं।
इसमें नागरिक अस्पताल के दो चिकित्सक भी शामिल हैं। इन चिकित्सक व कर्मचारियों को विभाग ने पहचान करके नोटिस जारी किया है। इन कर्मचारियों से जवाब मांगा गया है कि वह बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज क्यों नहीं करवा रहे हैं। मुख्यालय के आदेशानुसार अगर यह कर्मचारी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवाते हैं तो उनका वेतन को रोक लिया जाएगा, इसके अलावा जो नियमानुसार कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
सबसे ज्यादा उझाना सीएचसी के (Biometric punching top district) कर्मचारी
सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से जिले के प्रत्येक नागरिक अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में तैनात कर्मचारियों के बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाने के रिकार्ड को खंगाला है। जहां पर सामने आया कि बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवाने वाले कर्मचारियों में उझाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी ज्यादा हैं।
उझाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के 16 कर्मचारी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवा रहे हैं। इसी तरह नागरिक अस्पताल नरवाना के छह कर्मचारी, सफीदों नागरिक अस्पताल पांच कर्मचारी, पाली क्लीनिक जींद का एक एक कर्मचारी, नागरिक अस्पताल जींद के दो चिकित्सक सहित आठ कर्मचारी इस लिस्ट में शामिल हैं।
सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में बायोमेट्रिक उपस्थिति (Biometric punching top district) दर्ज करवाने में जींद जिला प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज को शत प्रतिशत लेकर जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग ने ऐसे कर्मचारियों की पहचान की है, जो बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवा रहे हैं। इन कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है।