Kyrgyzstan Violence : किर्गिस्तान के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले हजारों विदेशी छात्र फंसे हुए हैं। किर्गिस्तान के मेडिकल कॉलेजों मे कुछ छात्राें की आपसी लड़ाई से अन्य मेडिकल छात्र बंद कमरे में दहशत में जी रहे है। इसी कारण से वह अपने हॉस्टल या फ्लैट से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इस दहशत को देखते हुए किर्गिस्तान से एमबीबीएस कर रहे कई लड़कों से बात से करते हुए भारत की मुख्यधारा की मीडिया ने रिपोर्ट बनाई है। जो जल्द से जल्द भारत आना चाहते हैं।
किर्गिस्तान में दंगे (Kyrgyzstan Violence) की आग भड़क रही है। इसी कारण से छात्र बिना कुछ किए एक बार फिर लॉकडाउन में हैं। फिर भी वह वह अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर फंसे हुए हैं। हॉस्टल में रहने वालों में उन अधिकत्तर छात्रों पर दहशत की छाया छायी हुई है, जो कॉलेज के पास किसी बिल्डिंग में कमरा लेकर रह रहे हैं।
जाने भारतीय मेडीकल छात्रों की आपबीत्ती
पाठको को बता दें कि, एक मीडिया कर्मी से बातचित करते हुए प्रवीण राजपूत ने अपनी आपबीत्ती में बत्ताया कि, मैं मध्य प्रदेश के उज्जैन का रहने वाला हूं और मैं किर्गिस्तान के एशियन मेडिकल संस्था से एमबीबीएस कर रहा हूं। दरअसल, मैं अभी बहुत डरा हुआ हूं और भारत आना चाहता हूं। हालांकि कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी छात्र और किर्गिस्तान के सामान्य छात्र के बीच कुछ कुछ कहासुनी हो गई थी। जिससे दोनों गुटों में झगड़ा (Kyrgyzstan Violence) हो गया था। इसके बाद 3-4 सामान्य छात्र और उन्हें मारने के लिए हॉस्टल आ गए।
सामान्य छात्रों ने इंस्टाग्राम पर लाइव करते हुए कहा के ये हमें परेशान कर रहे हैं। इसके बाद वहां पहले हॉस्टल्स पर और फिर विदेशी छात्रों पर हमले होने लगे। जिस फ्लैट में मैं रहता हूं, उस बिल्डिंग में कोई सिक्योरिटी नहीं है। इसलिए यहां कोई भी कभी भी आ सकता है। मेरे साथ 3 और इंडियन छात्र रहते हैं। हम सभी बाहर निकलने की उम्मीद कर रहे हैं। किंतु हमें बाहर निकलने से मना किया गया है और हम खुद भी बहुत डरे हुए और दहशत के माहौल में जीना फील कर रहे हैं।
एक और भारतीय छात्र नें सुनाई अपनी आपबीत्ती
एक और अन्य भारतीय छात्र रोहित पांचाल ने मीडीयाकर्मी से संवाद करते अपनी आपबीत्ती में कहा है कि, मैं मध्य प्रदेश के उज्जैन का रहने वाला हूं। मैं किर्गिस्तान के कांट में स्थित एशियन मेडिकल संस्था से एमबीबीएस कर रहा हूं। मैं यहां 2022 से पढ़ाई कर रहा हूं। यहां सामान्य युवा और विदेशी छात्रों के मध्य लड़ाई (Kyrgyzstan Violence) हो गई थी। दरअसल, पहले इजिप्ट वालों से हुई लड़ाई का वीडियो यानि क्लीप वायरल हुआ था। इसके बाद 18 मई को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में सामान्य युवाओं ने विदेशी छात्रों को तंग किया और फिर हॉस्टल में घुसकर मारपीट भी की थी। कांट बिश्केक से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। हमारे सीनियर्स बता रहे हैं कि, उनसे फ्लैट खाली करवाए जा रहे हैं। वैसे हम 4 दिनों से बाहर नहीं निकले हैं और यहां बहुत खतरा है। मगर यहां सामान्य अध्यापक काफी सपोर्टिव हैं और हमारी पूरी हेल्प कर रहे हैं। दरअसल, हम लोगों को लैंग्वेज बैरियर का भी सामना करना पड़ता है। एंबेसी ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। इसी दौरान हमारी मध्य प्रदेश के सीएम से बात हो गई है। सीएम नें हमें अंदर रहने का आदेश दिया गया है।
किर्गिस्तान में 30 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे
पाठकों को बता दें कि, उनके परिजन अपने बच्चों को इस तरह हालात्त में देखकर को बहुत परेशान हैं और सरकार से उन्हें जल्द से जल्द भारत बुलाने के लिए गुहार लगा रहे हैं। छात्रों की बातचीत की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किर्गिस्तान में लगभग 30 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। दरअसल, उनमें से 3 हजार तो सिर्फ एशियन मेडिकल इंस्टीट्यूट से ही एमबीबीएस कर रहे छात्र हैं।