Haryana National Highway News : देश के भिन्न-भिन्न राज्यों में नेशनल हाईवों का जाल बिच्छाया जा रहा है। ताकि देश को आर्थिक रुप से मजूबत बनाने के लिए गतिशील व्यापार को बढ़ाने के तहत से हाईवों को जोड़ा जा रहा है। देश में लोगों की सुविधा के लिए भारतमाला प्रोजेक्ट के जरिए कई एक्सप्रेस-वे और हाईवे बनाए जा रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट रोड़ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे हैं। जबकि देश के सबसे छोटे एक्सप्रेसवे की बात करें तो इसकी लंबाई महज 29 km हैं।
हरियाणा से दिल्ली तक कैसे बन रहा है हाईवे ?
पाठकों को बता दें कि, हरियाणा से दिल्ली तक बन रहा नेशनल हाईवे महज 29 km के दायरे में भारत का यह सबसे छोटा व प्रथम 8 लेन एक्सेस कंट्रोल एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे हैं। इस द्वारका एक्सप्रेस-वे के बनने से एनसीआर दिल्ली में रहने वाले लाखों नागरिकों को बड़ी जैन की राहत मिलने वाली हैं। इसमें मैजिक ब्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे अगस्त 2024 तक पूर्ण होगा।
भारतमाला योजना प्रोजेक्ट के तहत बन रहा द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 km हैं, इसमें 18.9 km हरियाणा में पड़ता हैं। जबकि शेष 10.1 km का हिस्सा दिल्ली में आता हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे देश का प्रथम एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल अर्बन एक्सप्रेस-वे हैं। इसमें 9 km लंबा और 34 m चौड़ा एलिवेटेड रोड़ हैं। वहा द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण 9 हजार करोड़ रुपये की संभावित लागत बताई जा रही हैं।
पाठकों को बता दें कि, द्वारका एक्सप्रेस-वे के बनने से एनसीआर में बढ़ते ट्रैफिक कम हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात के साधनों की भीड़ कम होगी। यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के पास शिव मूर्ति को खेड़की दौला टोल से जुड़ेगा। इसके साथ ही नेशनल हाईवे- 8 पर शिव-मूर्ति से शुरू होता हैं और खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास जाकर खत्म होता हैं।
आईजीआई एयरपोर्ट के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे के दिल्ली सेक्शन में 9 लेन, 3.6 km उथली सुरंग होगी। जबकि विशेष बात ये हैं कि, इस टनल का एक हिस्सा विस्फोट-रोधी हैं, यह एक्सप्रेस-वे भारी ट्रैफिक, प्रति दिन लगभग 40 हजार कारों को भी समायोजित कर सकता हैं।