Centre Government News : परिवहन केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किया एलान ! भारत इतने सालों में पेट्रोल, डीजल वाहनों को खत्म कर देगा

Parvesh Mailk
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Union Transport Minister Gadkari announced! India will eliminate petrol and diesel vehicles in so many years

Centre Government News : केंद्रीय सरकार भारत के वाहन उद्योग में एक बड़ा परिवर्तन लाने वाले कदम की ओर रुख करने लगी है। केंद्रीय सरकार अगले 10 सालों के अंदर देश की सड़कों से पेट्रोल और डीजल वाहनों को पूरी तरह से खत्म करने की ओर देख रही है। हाल ही के दिनों में नितिन गडकरी ने बताया है कि, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने पारंपरिक वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के इस्तेमाल के लागत लाभों को बताते हुए ऐसे परिवहन विकल्पों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

हिमाचल प्रदेश की एक रैली में गडकरी ने क्या कहा ?
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गडकरी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, भारत 2034 तक पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कथित तौर पर कहा, “मैं 10 साल के भीतर इस देश से डीजल और पेट्रोल वाहनों को खत्म करना चाहता हूं। अब इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार और बस आ गई हैं। आप जहां डीजल पर 100 रुपये खर्च करते हैं, वहीं ये 4 रुपये की बिजली खर्च करती हैं।”
भारत में ईलेक्ट्रोनिक वाहनों का उदय और प्रसार
पाठकों को बता दें कि, दुनिया के अधिकत्तर प्रमुख बाजारों में ईवी की बिक्री में बढ़ोतारी धीमी हो रही है, भारत निर्माताओं के लिए उम्मीद की किरण बना हुआ है। जहां भारतीय ईवी की कहानी मुख्य रूप से दो और तीन-पहिया वाहनों के क्षेत्र में लिखी जा रही है। वहीं यात्री वाहन (कार) क्षेत्र में भी कुछ महत्वपूर्ण गतिविधियां देखी जा रही हैं।
साल 2023 में देशभर में करीब 15 लाख ईवी सभी सेगमेंट में बेचे गए, जो पिछले साल की तुलना में 50% अधिक है। यह रिकार्ड बढ़कर 17 लाख होने की संभावना है। बता दें कि, केंद्र सरकार (Centre Government News) ने हाल ही में देश की ईवी नीति में भी बदलाव को मंजूरी दी है, जिससे आयातित ईवी मॉडल पर कम शुल्क की अनुमति मिलती है। बशर्ते निर्माता स्थानीय निवेश और सोर्सिंग का आश्वासन दें।

भारत में 2030 तक इलेक्ट्रोनिक वाहनों का बाजार कितना बढ़ेगा ?

कुल मिलाकर पाठकों को बता दें कि, केंद्र सरकार (Centre Government News) 2030 तक वाहन क्षेत्रों में होने वाली सभी बिक्री का 30% इलेक्ट्रिक विकल्पों द्वारा किए जाने की ओर देख रही है। पश्चिमी देशों द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की तुलना में भी यह प्रभावशाली है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कार बाजार अमेरिका का लक्ष्य है कि, 2030 तक सभी बिक्री का 50% और 2032 तक 67% ईवी से आए। ब्रिटेन में, 2023 में सभी बिक्री का करीब 19% ईवी से आया और देश 2035 तक यहां बेची जाने वाली सभी कारों को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बनाने की राह पर है।
मगर विशेषज्ञ चार्जिंग स्टेशन जैसे सहायक बुनियादी ढांचे के विस्तार और ईवी के बारे में जागरूकता पैदा करने जैसे कारकों पर भी जोर देते रहते हैं। खरीदने का सामर्थ्य एक महत्वपूर्ण कारक होगा जो दुनिया भर में ईवी की सफल कहानी को भी निर्धारित करेगा। भारत जैसे विविध देश में, एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य को एक व्यापक रणनीति द्वारा समर्थित करने की आवश्यकता होगी।
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मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।