छह माह से स्टैंड ड्यूटी पर बैठे चालक-परिचालक उतरेंगे रूटों पर, निदेशालय का पत्र जारी
Haryana roadways : रोडवेज में विभिन्न बस अड्डों पर पिछले छह माह से स्टैंड ड्यूटी करने वाले चालक-परिचालकों समेत उन सभी कर्मचारियों को निदेशालय की तरफ से मूल ड्यूटी करने के आदेश जारी किए गए हैं, जो विभिन्न ब्रांच में बैठे हुए हैं। कंप्यूटर या दूसरे कार्य में दक्ष होने की स्थिति में भी इन कर्मचारियों से अपनी मूल ड्यूटी ही करवाई जाए। निदेशालय द्वारा जारी पत्र में उन कर्मचारियों की भी रिपोर्ट मांगी गई है, जिन कर्मियों ने पिछले तीन वर्षों में 500 किलोमीटर का भी सफर तय नहीं किया। शारीरिक तौर पर स्वस्थ नहीं होने वाले चालक और परिचालक ही कार्यालयों में काम कर सकेंगे।
रोडवेज निदेशालय की ओर से सभी रोडवेज डिपो (Haryana roadways) के महाप्रबंधकों को जारी पत्र में कहा गया है कि जिस डिपो में चालक और परिचालकों की कमी होगी, उन्हें दूसरे कामों में नहीं लगाया जा सकेगा, ताकि रूट प्रभावित होने से बचाए जा सकें। ऐसे चालक-परिचालक, जिनसे दूसरी जगहों पर काम लिया जा रहा है और उन्हें एक साल से ज्यादा समय हो चुका है, ऐसे कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से रूटों पर काम लिया जाए।
दूसरी जगहों पर काम कर रहे कर्मचारियों का रिकार्ड अब रोडवेज निदेशालय में रहेगा और उन कर्मचारियों को दूसरी जगह बदलने के लिए महाप्रबंधकों को रोडवेज निदेशालय से अनुमति लेनी होगी, जिसके लिए ठोस कारण भी बताना होगा। जिन चालकों और परिचालकों ने पिछले तीन वर्षों में हर साल 500 से कम किलोमीटर का सफर तय किया है। इन कर्मचारियों की रिपोर्ट सभी डिपो को सात दिनों के अंदर रोडवेज निदेशालय को भिजवाने के आदेश जारी किए गए हैं।
रोडवेज मुख्यालय की ओर से चालकों और परिचालकों की ड्यूटियों को लेकर पत्र जारी किया गया है। रोडवेज मुख्यालय (Haryana roadways) की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। अभी डिपो की ज्यादातर बस आनरूट ही हैं और यात्रियों की सुविधा अनुसार बसों का संचालन किया जा रहा है।
—राहुल जैन, रोडवेज महाप्रबंधक जींद डिपो।