Desi Water Cooler Viral : 1 हजार ईंटों से बने वाटर- कूलर ने एसी को भी दी टक्कर, जानें देशी जुगाड़ का राज

Parvesh Mailk
3 Min Read
Water cooler made of 1 thousand bricks gives competition to AC too, know the secret of indigenous Jugaad

Desi Water Cooler Viral : देशभर में गर्मी के कहर से तंग आकर लोगों ने बाजारों में तमाम तरह के कूलर और एसियों को खरीद रहें हैं। जबकि इस बीच एक व्यक्ति ने अनोखे तरीके से राहत पाने का हल ढूंढ निकाला है। इस व्यक्ति ने अपने अनोखे जुगाड़ से ऐसा वाटर-कूलर बनाया है, जो एसी को भी करारी टक्कर दे रहा है। बता दें कि, इस बने देसी वाटर-कूलर को देखकर लोग भी चौंक गये।

 

इंस्टाग्राम पर वायरल हो देसी वाटर-कूलर

पाठकों को बता दें कि, इंस्टाग्राम अकाउंट @sharpfactmind पर पोस्ट किए गए वीडियो (Desi Water Cooler Viral) में इस देसी कूलर को दिखाया गया है, जिसे 1 हजार ईंटों से बनाया गया है। वहीं इसके लिए कारीकर व्यक्ति ने इसमें सिर्फ 5 बोरी सीमेंट और रेत का इस्तेमाल किया है। वायरल वीडियो में व्यक्ति ने बताया कि, इतने खर्चे में नया वाटर- कूलर आ सकता है! पर उसका दावा है कि जितना कमरे को ठंडा ये कूलर करेगा, उतना तो शायद नया कूलर भी न करे।

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कैसे चलता यह देसी कूलर?
वायरल वीडियों (Desi Water Cooler Viral) के व्यक्ति के मुताबिक,  इस वाटर- कूलर को बनाने में 1 हजार ईंटों का इस्तेमाल किया गया है और इसके ऊपर पाइप का एक जाल बिछाया गया है। वाटर- कूलर की बॉडी को सीमेंट से बनाया गया है, जिससे अंदर का पानी गर्म नहीं होता। इसके पानी के टैंक में 3 सौ लीटर पानी आता है, जिसे एक दिन में एक बार भरने पर 3 दिनों तक पानी भरने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इस वाटर- कूलर में एक पंखा और एक छोटा पंप लगा हुआ है, जो पाइप से पानी पूरे कूलर में फैला रहा है। जब ईंटें भीग जाती हैं, तो दिन भर ठंडी हवा निकलती रहती है।

 

 इस देसी वाटर-कूलर का क्या फायदा है ?

  • आम लोगों की बिजली की बचत करते हुए यह कूलर बिना बिजली के भी ठंडी हवा पहुंचाने में सक्षम है।
  • आम लोगों को इसमें न घास है और न ही हनीकॉम्ब की जरूरत, जिससे मेंटेनेंस कम हो जाता है।
  • लंबा चलने वाला पानी का ये 3 सौ लीटर का टैंक 3 दिनों तक चलता है, जिससे बार-बार पानी भरने की जरूरत नहीं पड़ती।
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मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।