Fastag Manual Recharge : आज देशभर में फास्टटैग टैक्स में एक जरूरी ऑनलाईन प्रक्रिया हो गई है। जिसके कारण कार, बस और कमर्शियल व्हीकल पर लगाना पड़ता है। यह एक इलेक्ट्रोनिक टोल कनेक्शन सिस्टम है। जिससे ऑटोमैटिक टोल पेमेंट होती है। इससे लोगों का सफर का समय भी बचा है और टोल-प्लाजा का अनावश्यक खर्च भी।
यूपीआई ने दी नई सुविधा
पाठकों को बता दें कि, यूपीआई एप्पस (Fastag Manual Recharge) में जल्द ही ऑटोमैटिक बैलेंस ऐड हो जाएगा, जो उनके यूपीआई लाईट वॉलेट् में जाएगा। इसकी सहायता से कम कीमत वाले यूपीआई ट्रांजैक्शन को स्पीड मिलेगी। जिससे नागरिको को बेहद अच्छी सुविधा मिलेगी।
फास्टटैग में मिलेगी ये सुविधा
आपको बता दें कि, अब ऑटोमैटिक रिप्लेनिसमेंट की सुविधा अन्य प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट जैसे फास्टटैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड में भी मिलेगी। मौजूदा समय में जब फास्टटैग बैलेंस कम हो जाता है, तो वह टोल प्लाजा पर काम नहीं करता है। ऐसे में कई बार यूजर्स को डबल टोल टैक्स तक की पेमेंट करनी पड़ जाती है। अभी फास्टैग अकाउंट होल्डर्स को मैनुअली रिचार्च कराना होता है। कम बैलेंस होने पर टोल की पेमेंट नहीं हो पाती, जिससे परेशानी होती है।
टोल पर ट्रैफिक जैसे जाम से मिलेगी अब निजात
फास्टटैग बैलेंस (Fastag Manual Recharge) ना होने पर कई बार कार या वाहन मालिक को परेशान का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, कई बार टोल प्लाजा पर भारी भीड़ भी लग जाती है। लेकिन अब यूपीआई लाईट ट्रांजैक्शन से लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। उप-गर्वनर टी रबी शंकर के मुताबिक, 450 मिलियन यूपीआई लाईट की ट्रांजैक्शन में से 10 मिलियन यूपीआई लाईट की ट्रांजैक्शन है।
यूपीआई लाईट से बैंक पर लोड होगा कम
उप-गवर्नर ने कयास लगाया है कि, आने वाले दिनों में इस निर्णय की सहायता से बैंक पर पड़ने वाले लोड को कम किया जा सकेगा। जिससे बैंक ग्राहकों का समय भी और खर्च भी बचेगा।
जानें क्या है यूपीआई लाईट ?
विशेषकों के मुताबिक, यूपीआई लाईट की सेवाएं आपकों पेमेंट ऐप (Fastag Manual Recharge) में ही मिल जाएगी। इसे आप बिना किसी कोड के पेमेंट कर सकते हैं। इसके लिए यूजर्स को यूपीआई लाइट का सेटअप करना होगा। तब वो इस ऐप से सेवाओं का लाभ उठा सकते है। यूपीआई लाईट को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई ने इसमें कई परिवर्तन का ऐलान किया है। आरबीआई ने बताया कि, इसे ई-मैंडेट के जरिये लाने का प्रस्ताव है। इससे ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा शुरु की जाएगी।