auto-pay balance service UPI kaise chalega : UPI पेमेंट नियमों में हाल ही में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI Lite की ट्रांजैक्शन लिमिट को बढ़ाने के साथ-साथ ऑटो-पे बैलेंस सर्विस की शुरुआत की है। यह बदलाव गूगल पे, फोन पे और पेटीएम उपयोगकर्ताओं को 2000 रुपए की अधिकतम ट्रांजैक्शन लिमिट का लाभ देगा।
auto-pay balance service UPI kaise chalega: UPI Lite की ट्रांजैक्शन लिमिट में वृद्धि
1 नवंबर से UPI पेमेंट के कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने UPI Lite की ट्रांजैक्शन लिमिट को बढ़ा दिया है, जिससे यूजर्स अब अधिक पेमेंट कर सकेंगे। यह बदलाव यूजर्स को अपने भुगतान को अधिक सुविधाजनक और तेज़ बनाने में मदद करेगा।
auto-pay balance service UPI kaise chalega: UPI lite बना आसान और सुविधाजनक
UPI Lite में नई ऑटो-पे बैलेंस सर्विस का लाभ उठाने के लिए यूजर्स को इसे सक्रिय करना होगा। एक बार यह एक्टिवेट होने के बाद, यूजर्स को टॉप-अप करने की चिंता नहीं रहेगी। यदि बैलेंस कम होता है, तो यह अपने आप टॉप-अप हो जाएगा, जिससे यूजर्स को आसानी होगी।
UPI मिनिमम लिमिट सेटिंग का विकल्प
ऑटो-पे बैलेंस सुविधा में यूजर्स को मिनिमम लिमिट सेट करने का विकल्प भी दिया जाएगा। यह UPI Lite वॉलेट से कनेक्ट किया जा सकेगा, जिससे एक बार बैलेंस कम होते ही यह ऑटोमैटिक टॉप-अप कर दिया जाएगा। हालांकि, यूजर्स एक दिन में 5 बार से अधिक टॉप-अप नहीं कर सकते।
सामान्य UPI पेमेंट में कोई बदलाव नहीं
यदि आप सामान्य यूपीआई पेमेंट का उपयोग कर रहे हैं, तो इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। यूजर्स अभी भी सीधे अपने बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर भुगतान कर सकते हैं। यह विकल्प भी कई यूजर्स के लिए अच्छा साबित होगा, क्योंकि यह सुविधा उन्हें हमेशा उपलब्ध रहेगी।
UPI नियमों में यह बदलाव उपयोगकर्ताओं को अधिक सुविधा और सुलभता प्रदान करेगा। नए नियमों के तहत यूजर्स को पेमेंट करने में अधिक स्वतंत्रता और सुरक्षा मिलेगी। अगर आप यूपीआई का उपयोग करते हैं, तो इन बदलावों को ध्यान में रखना न भूलें।