जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा 100 बेड का आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल! इन इलाकों में बढ़ेगी स्वास्थ्य सुविधाएं

Clin Bold News
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Yamuna Exspressway

Yamuna Expressway: सुप्रीम कोर्ट ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे और आसपास के क्षेत्रों में एकीकृत विकास के लिए भूमि अधिग्रहण की वैधता को बरकरार रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस फैसले से यमुना प्राधिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त हुआ है, जिनमें 100 बिस्तरों का अस्पताल और एक ट्रॉमा सेंटर शामिल हैं। यह फैसले क्षेत्र के विकास और लोगों की बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद यमुना प्राधिकरण को 100 बिस्तरों के अस्पताल के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति मिल गई है। यह अस्पताल यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित रोनिजा गांव में बनेगा। अस्पताल का निर्माण लंबे समय से रुका हुआ था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसे जल्द ही गति मिल सकती है।

इसके अलावा, 10 बिस्तरों का एक ट्रॉमा सेंटर भी यमुना एक्सप्रेसवे पर बनाया जा रहा है। यह ट्रॉमा सेंटर एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के मामले में तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा। दिसंबर तक इस ट्रॉमा सेंटर का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है, जिससे एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को तुरंत इलाज मिल सकेगा।

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यमुना प्राधिकरण के लिए यह निर्णय राहत की बात है, क्योंकि इससे पहले किसानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर कर दी थीं, जिससे अस्पताल और अन्य परियोजनाओं का निर्माण रुका हुआ था। किसानों ने यमुना प्राधिकरण द्वारा भूमि अधिग्रहण को चुनौती दी थी। इन याचिकाओं में 35 मामले शामिल थे, जो लंबे समय से कोर्ट में विचाराधीन थे।

हालांकि, अब सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं को खारिज कर दिया है, जिससे किसानों के विरोध को लेकर प्राधिकरण को बड़ी राहत मिली है। शैलेंद्र भाटिया, यमुना प्राधिकरण के ओएसडी ने कहा, “अब एक्सप्रेसवे के किनारे रुकी परियोजनाओं को पूरा करने में कोई बाधा नहीं रहेगी, और हम जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेंगे।”

ग्रेटर नोएडा से आगरा तक फैला यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी लंबा है, और इस पर हर तीन दिन में औसतन एक व्यक्ति की मौत होती है। सर्दियों में दुर्घटनाओं के मामले बढ़ जाते हैं, जिससे घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता। अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर के निर्माण से ना केवल एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले लोगों को फायदा होगा, बल्कि आसपास के गांवों के निवासी भी सस्ती और सुलभ चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।

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