Haryana Scheme: हरियाणा सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए एक बेहतरीन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को पासपोर्ट निशुल्क बनाए जाएंगे, जिससे वे विदेशों में नौकरी के बेहतर अवसरों का लाभ उठा सकें। यह पहल खासकर उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने हुनर के बल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करियर बनाने का सपना देखते हैं।
योजना की शर्तें और पात्रता
छात्र को हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए।
छात्र को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana Board) से दसवीं कक्षा पास होना चाहिए।
छात्र की उपस्थिति पूरे कोर्स के दौरान कम से कम 80% होनी चाहिए।
छात्रों को आईटीआई की अंतिम परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए प्रवेश पत्र प्राप्त करना होगा।
योजना का उद्देश्य
यह योजना विशेष रूप से उन छात्रों के लिए है जो विदेश में नौकरी के बेहतर अवसरों की तलाश कर रहे हैं। हरियाणा सरकार का उद्देश्य इन छात्रों को विदेश जाने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पासपोर्ट की सुविधा प्रदान करना है, ताकि वे अपनी क्षमता के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करियर बना सकें। इस पहल से हुनरमंद छात्रों को विदेश में रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और करियर दोनों में सुधार होगा।
पासपोर्ट बनाने का प्रक्रिया
अंतिम परीक्षा से तीन महीने पहले पासपोर्ट एप्लिकेशन फॉर्म भरना होगा।
छात्र को हरियाणा का स्थायी निवासी और 10वीं पास होना चाहिए।
परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए संस्थान द्वारा प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा।
पासपोर्ट बनाने का खर्च 1500 रुपये, जिसे विभाग द्वारा दिया जाएगा।
छात्रों के लिए क्या लाभ है?
यह योजना उन छात्रों के लिए है जो विदेश में करियर बनाने का सपना रखते हैं। पासपोर्ट बनाने से उनका सफर आसान हो जाएगा। छात्रों को पासपोर्ट के लिए 1500 रुपये की राशि सरकार द्वारा दी जाएगी, जिससे उन्हें किसी प्रकार की वित्तीय परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आईटीआई संस्थान ही छात्रों के पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को पूरा करेंगे, जिससे छात्रों को कहीं और आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
गुड़गांव सेक्टर-14 स्थित गर्ल्स आईटीआई के प्रिंसिपल, जेपी यादव ने इस योजना की महत्वपूर्णता पर प्रकाश डाला और बताया कि यह सुविधा छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद होगी। उन्होंने कहा, “इस योजना के जरिए हम चाहते हैं कि हमारे छात्र विदेश में भी अपने हुनर का प्रदर्शन करें और अपनी पहचान बनाएं।”