Railway Line: एक और नए रेलवे प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिली है जो 300 गांवों को जोड़ने का कार्य करेगी। यह परियोजना न केवल गांवों की कनेक्टिविटी को रफ्तार देगी, बल्कि इससे विकास को भी चार चाँद लगेंगे। इस नई रेल लाइन परियोजना की कुल लंबाई लगभग 900 किलोमीटर होगी और इसमें कुल 64 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। यह परियोजना 7 राज्यों के 14 जिलों को कवर करेगी, जिनमें ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
इसका मुख्य उद्देश्य गांवों की कनेक्टिविटी में सुधार करना और ग्रामीणों को शहरों तक आसान पहुंच प्रदान करना है। इसके साथ ही, यह परियोजना स्थानीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसरों का सृजन भी करेगी।
इस नई रेल लाइन के निर्माण से 300 गांव सीधे जुड़ जाएंगे, जिससे इन गांवों के निवासियों को शहरों और अन्य प्रमुख स्थानों तक यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। इस परियोजना के दौरान और इसके बाद, ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। रेल नेटवर्क के निर्माण से स्थानीय निर्माण, संचालन, और रख-रखाव के कार्यों में रोजगार मिलेगा।
इस परियोजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण लाभ होगा। विशेष रूप से, किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत होगी क्योंकि वे अब अपने उत्पादों को तेजी से और कम लागत में बड़े शहरों और बाजारों तक भेज सकेंगे। इसके अलावा, यह परियोजना उर्वरक, कोयला, लोहा अयस्क, स्टील, सीमेंट, और चूना पत्थर जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए भी महत्वपूर्ण होगी, जिससे माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि होगी।
यह परियोजना सालाना 143 मिलियन टन अतिरिक्त माल ढुलाई की क्षमता को बढ़ाएगी। इससे न केवल सामानों के परिवहन में आसानी होगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा। इस नई रेल लाइन परियोजना से अजंता गुफाओं जैसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को भी रेल नेटवर्क से जोड़ दिया जाएगा।