New Expressway: बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसका पहला 71 किलोमीटर का खंड कर्नाटक से आंध्र प्रदेश तक जनता के लिए खोल दिया गया है। यह एक्सप्रेसवे बैंगलोर और चेन्नई जैसे महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा समय को आधा कर देगा, जिससे लोगों को सफर में काफी आराम मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों शहरों के बीच की दूरी 6 घंटे से घटकर महज 3 घंटे में पूरी की जा सकेगी।
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे:Bangalore-Chennai Expressway
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली एक प्रमुख कनेक्टिविटी परियोजना है। इसे 17,900 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है और यह कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग बनेगा।
इस एक्सप्रेसवे का पूरा होने के बाद, बैंगलोर और चेन्नई के बीच यात्रा समय में 50 प्रतिशत की कमी आएगी, जिससे व्यापार और यात्रा के अवसर बढ़ेंगे। यह दक्षिणी भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और खासकर कर्नाटक और तमिलनाडु के व्यापारिक संबंधों को मजबूती मिलेगी।
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे की खासियतें:Features of Bangalore-Chennai Expressway
गलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे का पहला 71 किलोमीटर का खंड कर्नाटक से आंध्र प्रदेश के बीच खोला जा चुका है। इस पर ट्रैफिक शुरू कर दिया गया है, हालांकि यह सिर्फ लांग ड्राइव के लिए उपलब्ध है, क्योंकि यह खंड फिलहाल किसी शहर से नहीं जुड़ता है।
बैंगलोर से चेन्नई तक का 260 किलोमीटर लंबा खंड पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और इसे अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जो इसे हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे बनाता है। 71 किलोमीटर के इस खुले खंड पर तीन एग्जिट प्वाइंट्स दिए गए हैं, और यूटर्न के माध्यम से लौटने की सुविधा भी है। अभी इस खंड पर कोई टोल नहीं लिया जा रहा है, जिससे लोग बिना पैसे खर्च किए इसका आनंद ले सकते हैं।
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे खोलेगा विकास के रास्ते:Bangalore-Chennai Expressway will open the way for development
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे के बनने से दक्षिण भारत के आर्थिक क्षेत्र में तेजी आएगी। खासकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे प्रमुख उद्योगों, व्यापार केंद्रों, और पर्यटन स्थलों को जोड़ने का काम करेगा, जिससे इन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे होगा 8 लेन का:Bangalore-Chennai Expressway will be 8 lanes
बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे को ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे को बाद में 8 लेन का किया जा सकता है, जिससे ट्रैफिक की अधिक लोड को संभालने की क्षमता होगी।