Delhi: दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने बाहरी दिल्ली के नरेला क्षेत्र में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर कदम उठाए हैं। नरेला की बढ़ती सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, उपराज्यपाल ने इलाके में सुरक्षा बढ़ाने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कई नए उपायों की शुरुआत की है। इन प्रयासों का उद्देश्य नरेला को एक सुरक्षित और समृद्ध आवासीय क्षेत्र में बदलना है, जो नागरिकों और व्यवसायों दोनों के लिए आकर्षक हो।
नरेला की डीडीए सोसाइटियों में चौबीसों घंटे सुरक्षा देने के लिए 500 पूर्व सैनिकों की तैनाती की जाएगी। ये सैनिक पुलिस बल के साथ मिलकर काम करेंगे और इलाके की सुरक्षा में योगदान देंगे। रात के समय अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पीसीआर वैन को गश्त पर लगाया जाएगा। यह सुरक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करेगा और नागरिकों को जल्दी सहायता मिल सकेगी। नरेला में खाली पड़े डीडीए फ्लैटों में पुलिस बीट स्थापित किए जाएंगे, ताकि पुलिस तेजी से घटनास्थल पर पहुंच सके। इससे सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
नरेला को फिर से बसाने लायक बनाने के लिए उपराज्यपाल ने कई योजनाओं का प्रस्ताव दिया है, जिनमें डीडीए के बिना बिके हुए फ्लैटों को रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक लोग नरेला में बसने के लिए आकर्षित हों। नरेला के औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा, ताकि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ें और यहां व्यवसायों की संख्या बढ़ सके। नरेला के आसपास के क्षेत्र जैसे बवाना और भोरगढ़ को विकसित किया जाएगा ताकि नरेला को एक समृद्ध और सुगम क्षेत्र बनाया जा सके।
नरेला में बढ़ते अवैध अतिक्रमणों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि क्षेत्र को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाया जा सके। सार्वजनिक सुविधाओं में सुधार किया जाएगा, जैसे बेहतर सड़कें, पानी की आपूर्ति और स्वच्छता सेवाएं, ताकि नागरिकों को बेहतर जीवन यापन मिल सके। उच्च अपराध दर वाले इलाकों में स्ट्रीट लाइट्स और चौकीदारी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा, ताकि रात के समय अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण हो सके।