Haryana News: मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अंबाला के गांव तेपला स्थित नंद लाल गीता विद्या मंदिर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में इस दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण, संस्कारवान और रोजगारोन्मुखी बनाया जाए। आइए जानते हैं, इस दिशा में मुख्यमंत्री ने कौन से कदम उठाए हैं।
नई तकनीकों के महत्व को समझते हुए, हरियाणा सरकार ने राज्य के विद्यालयों में शिक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की है। राज्य सरकार ने संकल्प-पत्र में यह निर्णय लिया है कि उच्च माध्यमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम में कोडिंग, डेटा विश्लेषण और डिजिटल सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण डिजिटल साक्षरता विषयों को जोड़ा जाएगा। इससे छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ मिलेगी और वे भविष्य में रोजगार के अवसरों के लिए बेहतर तैयार होंगे।
सरकार का लक्ष्य सरकारी स्कूलों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक का अनुपात सुनिश्चित करना है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को अधिक व्यक्तिगत ध्यान मिल सकेगा। हरियाणा सरकार ने यह भी ऐलान किया कि वे प्रति पात्र हरियाणवी छात्र को नेशनल मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति योजना के तहत प्रति वर्ष 3,000 रुपये की अतिरिक्त छात्रवृत्ति प्रदान करेंगे। इस योजना का उद्देश्य गरीब और मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता देना है, ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें।
हरियाणा सरकार की यह पहल शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। डिजिटल साक्षरता, कोडिंग और डेटा विश्लेषण जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से न केवल छात्रों की तकनीकी दक्षता में वृद्धि होगी, बल्कि उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार अवसर भी मिलेंगे। साथ ही, शिक्षक-छात्र अनुपात को सुधारने से शिक्षा का स्तर भी बेहतर होगा।