UP News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से हरियाणा के पलवल तक का सफर जल्द ही तेज और आसान होने वाला है। इस मार्ग के नवीनीकरण और चौड़ीकरण के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इससे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई जिलों को फायदा होगा, खासकर दिल्ली-एनसीआर की यात्रा करने वाले लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित होगी।
भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया
इस हाईवे को चौड़ा करने के लिए अलीगढ़ जिले के 31 गांवों की 160 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। अब तक 21 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है, जिनमें से 17 गांवों का अवार्ड पहले ही घोषित कर दिया गया था। इस भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को 600 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा दिया जाएगा। चिह्नित गांवों में प्रशासन ने मुआवजा वितरण के लिए शिविरों का आयोजन करना शुरू कर दिया है।
सड़क चौड़ीकरण
6 साल पहले लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग को फोरलेन में परिवर्तित किया था, लेकिन खैर-जट्टारी बाइपास का निर्माण बाकी था, जिसके कारण वहां ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती थी। इस नए चौड़ीकरण कार्य से जाम की समस्या का समाधान होगा।
2500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत
इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 2500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है, जिसमें से 1500 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर खर्च होंगे। अर्राना, उदयगढ़ी, बांकनेर, गनेशपुर, नगला अस्सू, उसरह रसूलपुर, बुलाकीपुर, चौधाना, जरारा, ऐंचना, लक्ष्मणगढ़ी, राजपुर, रेसरी, जलालपुर, हीरपुरा, खेड़िया बुजुर्ग, इतवारपुर, डोरपुरी, श्यौराल, हामिदपुर व रसूलपुर गांवों की भूमि का अधिग्रहण होगा।
नई कनेक्टिविटी
अलीगढ़-पलवल हाईवे के चौड़ीकरण से दिल्ली-एनसीआर जाने का रास्ता और भी आसान हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे अब टप्पल में यमुना एक्सप्रेसवे और पलवल में ईस्टर्न पेरिफेरल रोड से जुड़ा होगा। इससे आगरा, मथुरा, दिल्ली, एनसीआर, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम तक यात्रा करने में समय की काफी बचत होगी।