Green Corridor Scheme: लखनऊ में ग्रीन कॉरिडोर योजना के तहत गोमती नदी के समानांतर दो महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह पुल लखनऊ शहर में आवागमन को और सुगम बनाएंगे, और इनकी मदद से बसंतकुंज से लेकर शहीद पथ तक की यात्रा में सुविधा होगी। शासनादेश के अनुसार, आवास विभाग ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) को 60 करोड़ रुपये की किस्त जारी कर दी है, जिससे इन पुलों के निर्माण में तेजी लाई जा सकेगी।
ग्रीन कॉरिडोर योजना
ग्रीन कॉरिडोर योजना लखनऊ शहर की यातायात व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण सुधार के रूप में सामने आ रही है। इस योजना के तहत गोमती नदी के दोनों तटों पर 28 किमी लंबी चार-लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिससे शहर के विभिन्न हिस्सों में आवागमन और सुविधाजनक हो सकेगा। यह योजना चार फेज में पूरी होगी और इसके तहत गोमती नगर से आईआईएम रोड, निशातगंज, हनुमान सेतु, कुकरैल, डालीगंज और शहीद पथ जैसी प्रमुख जगहों तक यात्रा करना आसान होगा।
पहला और दूसरा फेज
आईआईएम रोड से पक्का पुल तक का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसके बाद लोग आईआईएम रोड से पक्का पुल तक आ और जा सकते हैं। इस फेज का काम 28 किमी लंबे ग्रीन कॉरिडोर का पहला हिस्सा है। पक्का पुल से पिपराघाट तक का कार्य चल रहा है, और इसमें अब हनुमान सेतु के पास पिलर बनाने का काम भी शुरू हो गया है। इसके साथ ही पाइलिंग और खोदाई का कार्य भी चल रहा है।
तीसरा फेज व चौथा फेज
पिपराघाट से शहीद पथ तक के निर्माण कार्य की शुरुआत होगी, जो शहर के बाकी हिस्सों को कनेक्ट करेगा। किसान पथ तक के निर्माण कार्य को अंतिम चरण में पूरा किया जाएगा, जिससे यह योजना पूरी तरह से लखनऊ के प्रमुख मार्गों से जुड़ जाएगी।
पुलों का निर्माण
गोमती नदी पर बने दो प्रमुख पुलों से यात्रियों को बहुत फायदा होगा। इन पुलों के बनने से गोमती के दोनों तटों के बीच यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा। ये पुल, ग्रीन कॉरिडोर के हिस्सा होने के नाते, बसंतकुंज और शहीद पथ के बीच यात्रा को बेहतर बनाएंगे। इस परियोजना के पूरे होने से रोजाना लगभग 1 लाख लोग प्रभावित होंगे, जो कि विभिन्न हिस्सों में यात्रा करते हैं।