Jewar International Airport: भारत में एयर ट्रैवल के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) को लेकर उत्साह बढ़ गया है, क्योंकि 2025 में यह एयरपोर्ट अपनी कमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन शुरू करने जा रहा है। यह एयरपोर्ट न केवल भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स की लिस्ट में चौथे स्थान पर भी होगा। इस एयरपोर्ट का शिलान्यास 3 साल पहले किया गया था और अब इसके निर्माण का लगभग काम पूरा हो चुका है। नोएडा, गाजियाबाद, और फरीदाबाद के निवासियों के लिए यह एयरपोर्ट एक वरदान साबित होने वाला है।
जेवर एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में स्थित है, जो दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से लगभग 72 किमी दूर है। इसका कुल क्षेत्रफल 5000 हेक्टेयर है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाता है। जेवर एयरपोर्ट में 6 रनवे होंगे, जो 60 मीटर चौड़े और 2900 मीटर लंबे होंगे। इससे बड़ी संख्या में विमानों की आवाजाही को आसानी से संभाला जा सकेगा, जो यात्रियों को शीघ्र और सुरक्षित तरीके से उनकी मंजिल तक पहुंचाएंगे।
यह एयरपोर्ट एनसीआर, आगरा, मथुरा और उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों को जोड़ने वाला एक प्रमुख हब बनेगा। इससे इन क्षेत्रों के निवासियों को दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जब जेवर एयरपोर्ट चालू होगा, तो दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर यात्रियों का दबाव कम हो जाएगा, जिससे यात्री अनुभव बेहतर होगा और एयरलाइंस के लिए भी यह एक बड़ी राहत होगी।
इस एयरपोर्ट के चालू होने से नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक विकास होगा। यह क्षेत्र में नए रोजगार अवसर पैदा करेगा और पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। एक बार जब यह एयरपोर्ट पूरी तरह से चालू हो जाएगा, तो यात्रियों को अन्य एयरपोर्ट्स पर जाने के लिए लंबा सफर तय करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे यात्रा के समय में भी कमी आएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन 17 अप्रैल 2025 से शुरू होने की उम्मीद है। पहले इसकी योजना सितंबर 2024 में शुरू करने की थी, लेकिन निर्माण सामग्रियों की आपूर्ति में देरी के कारण इस तिथि को आगे बढ़ाया गया है।