आखिर क्यों होती हैं बच्चों के स्कूलों की गर्मी की छुट्टियाँ, कब से हुई थी इनकी शुरुआत, जाने पूरी बात

History of Summer Vacation: हर साल की तरह अबकी बार फिर आपने स्कूलों की गर्मी की छुट्टियों का मजा ले लिया होगा। अपने नाना, दादा या यूँ कहे हिल स्टेशन पर घूम लिए होंगे,और घूमे भी क्यों न मौका भी इन दिनों में ही मिलता है। लेकिन कभी आपने ये सोचा है की बच्चों के स्कूलों की गर्मी की छुट्टियाँ क्यों होती हैं। तो चलिए आज इस बारे में बताते हैं की इनकी शुरुआत कैसे हुई। आपको बताये की कुछ लोगों का मानना है कि गर्मियों की छुट्टी अंग्रेजी परिवार के कैलेंडर से उत्पन्न हुई है। इस मिथक के अनुसाए, यह माना जाता है कि स्कूल के बच्चे खेतों में अपने माता-पिता की मदद करने के लिए गर्मियों के दौरान कुछ छुट्टियाँ लेते थे. और इसी प्रकार धीरे-धीरे यह एक धारणा बन गई।
अमेरिकी विद्यालयों के History of Summer Vacation को देखने से पता चलता है कि 1842 में, Detroit शहर में स्कूली बच्चों का एक शैक्षणिक वर्ष 260 दिनों तक चला था। असल में, अमेरिका में गर्मियों की छुट्टी के मूल में अमेरिकी समाज में बढ़ता माध्यम और उच्च वर्ग का परिवेश था।
गर्मियों के समय, अधिकांश धनी और संपन्न परिवार अपने बच्चों के साथ गर्मी के मौसम से बचने के बहाने शहर से बाहर किसी ठंडी जगह पर चले जाते थे। इससे स्कूल की उपस्थिति और पढाई प्रभावित हुई, क्योंकि उस समय स्कूल की उपस्थिति अनिवार्य नहीं थी।
जब यह लगातार जारी रहने लगा तब अधिवक्ताओं ने स्कूली बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टी यानि एक लम्बे ब्रेक के लिए तर्क दिए। उनका कहना था कि वर्ष भर पढाई करना बच्चों के लिए ठीक नहीं है, क्योंकि मस्तिष्क एक मांसपेशी है जिसे आराम की भी आवश्यकता है. और इस तरह वहां से भी गर्मी छुट्टी की शुरुआत हुई, जिसका मज़ा हम आज भी ले रहे हैं।
जानिए गर्मी की छुट्टी क्यों मिलती है?
अगर अब भी आपको यह जानना है कि Garmi Chhutti ki Shuruat Kaise Hui? तो मैं आपको एक और किस्सा बताता हूँ।
यूँ तो देश में गुरुकुल प्रणाली होने के कारण इन छुट्टियों का उल्लेख नहीं मिलता, ऐसा माना जाता है कि अंग्रेजी शिक्षा प्रणाली के साथ ही यह व्यवस्था आई होगी।
इसका उद्देश्य एवं कारण मुख्यतः दो रहे होंगे, एक तो गर्म मौसम तथा दूसरा पुरे वर्ष पढाई के उपरान्त पढाई के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों के लिए भी छात्रों के हित में एक लम्बे अवकाश की आवश्यकता महसूस की गयी होगी।
इसके अलावा परिवार के प्रति अलगाव न हो, बच्चे अपने घर परिवार के लोगों के साथ समुचित समय बिता पाएं। इन वजहों से शिक्षकों ने गर्मी छुट्टी देने का प्रावधान किया होगा और धीरे-धीरे यह एक नियम-सा बन गया है।
Summer Vacation का कारण
आजकल लगभग सभी स्कूलों में गर्मी छुट्टी के दौरान छात्रों को बहुत ज्यादा homework दिया जाता है. इसके साथ ही Garmi Chhutti par Nibandh यानि Essay लिखने के लिए भी बोला जाता है कि आपने अपनी गर्मी की छुट्टी कैसे बिताई?
इस कारण काफी लोगों का यह सवाल रहता है कि हम Garmi ki Chhutti me Kya Kare? सामान्यतः इन छुट्टियों में अधिकतम बच्चे अपने नानी और अन्य रिश्तेदारों के घर जाते हैं। कुछ दिन इसके घर बिता लिए. कुछ उसके दिन, और इस तरह छुट्टी समाप्त हो जाती है।
Garmi Chhutti me Kya Karna Chahiye?
आज के बच्चे दूर शहर या देश के पर्यटन के लिए उत्सुक होने लगे हैं, जहाँ गर्मियों की छुट्टियाँ नानी के घर जाकर रिश्तेदारों से मिलने, नए दोस्त बनाने, आसपास के इलाकों में भ्रमण करने और पुराणी परम्पराएं सिखने का उपयुक्त माध्यम और स्थान हुआ करती थीं, वाही अब यह महँगी यात्राओं का पर्याय होने लगीं।
इसके अलावा काफी बच्चे अलग-अलग summer camps में भाग लेते हैं, वहां पर मस्ती करते हैं और प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी दिखाते हैं।