ये है बड़ा कारण, जानिए पूरी डिटेल
Winter crops news : एक फरवरी से रबी की फसलों की गिरदावरी शुरू होनी है और गिरदावरी का काम पटवारियों द्वारा किया जाता है। पिछले 30 दिनों से हड़ताल पर बैठे पटवारियों ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वह गिरदावरी (Winter crops news) नहीं करेंगे। ऐसे में अगर प्रशासन द्वारा दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो किसानों को फसल बिक्री के दौरान परेशानी आ सकती है।
बुधवार को द पटवार एंड कानूनगो एसोसिएशन के आह्वान पर अलेवा तहसील प्रधान लखपत पटवारी की अध्यक्षता में हड़ताल जारी रही। मंच संचालन जिला सचिव अमरदीप श्योकंद ने किया। जिला प्रधान सूबे सिंह व राज्य कोषाध्यक्ष सन्नी डागर ने कहा कि लोगों की समस्या को देखते हुए सरकार जल्द से जल्द वेतन विसंगति को दूर करे। उन्होंने कहा कि सोमवार को सरकार के साथ हुई वार्ता विफल रही।
बुधवार को हरियाणा पावर कारपोरेशन ने पटवारियों की मांगों का समर्थन किया। पटवारियों ने अब दो फरवरी तक हड़ताल बढ़ा दी है। पटवारियों ने रबी फसल की गिरदावरी नहीं करने का ऐलान किया है। जिले मे दो लाख 25 हजार हैक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है। अगर गिरदावरी नहीं होगी तो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर फसलों की वेरिफिकेशन नहीं हो पाएगी और फसल (Winter crops news) बेचते समय किसानों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। सन्नी डागर ने कहा कि मांगों को लेकर पटवारी तीन जनवरी से हड़ताल पर हैं।
इस दौरान अब तक पटवारी आठ बार हड़ताल बढ़ा चुके हैं। पटवारियों को उम्मीद थी कि तीन दिन की हड़ताल के बाद से ही सरकार उन्हें वार्ता के लिए बुला लेगी, लेकिन सरकार की हठधर्मिता के चलते पटवारी हड़ताल बढ़ाने को मजबूर हैं।
इन मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं पटवारी
पटवारियों की मुख्य मांग हैं कि प्रदेशभर में पटवारी की संख्या जहां चार हजार के आसपास होनी चाहिए थी, अब मात्र 1400 पटवारी ही काम कर रहे हैं। इससे पटवारियों पर काम का अत्यधिक बोझ बढ़ गया है। 2019 से गिरदावरी कंप्यूटर सहायक का पैसा आज तक भी नहीं मिला है।
वहीं पटवारी की गिरदावरी का समय डेढ़ महीना किया जाए ताकि पटवारी गिरदावरी (Winter crops news) समय से कर सकें। सरकार जल्द से जल्द पटवारियों की मांग को पूरा करें। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार की विभाग की परीक्षा जो साल में दो बार करवाए जाने का प्रधान है, वह तीन साल बीतने पर एक बार भी नहीं हुई है। सरकार इस परीक्षा को जल्द से जल्द करवाए।
गिरदावरी कर फसल का डेटा होता है पोर्टल पर अपडेट
वर्ष में दो बार खरीफ और रबी (Winter crops news) के सीजन में फसलों की गिरदावरी होती है। गिरदावरी का काम पटवारियों द्वारा किया जाता है। इसके तहत पटवारी हर गांव में मौके पर जाकर किसानों की फसलों का निरीक्षण करते हैं कि किस खेत में कौन सी फसल की बिजाई की गई है।
इसके बाद मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड डेटा के साथ इसका मिलान किया जाता है और इसकी वेरिफिकेशन होती है। बाद में इसकी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजनी होती और यह सारा काम पटवारी ही करते हैं। पटवार भवन के बाहर धरने पर बैठे पटवारी।