America News : इजरायल और हमास के बीच संघर्ष चल रहा है। दुनिया भर में दो धड़े बटे हुए हैं। एक जो इजरायल का समर्थक है, तो वहीं दूसरा फिलिस्तीन (Philistin) का समर्थक है। न्यूयॉर्क(Newyork)की कोलंबिया (Colmpiya) यूनिवर्सिटी भी इस समय फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनी हुई है। 108 प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बाद भी आइवी लीग यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कोलंबिया यूनिवर्सिटी (Colmbiya Univirsity) में ‘आजादी-आजादी’ के नारे लग रहे हैं।
ट्विटर अकाउंट (X handle) कैंपस यहूदी हेट की ओर से एक्स पर इससे जुड़ा वीडियो पोस्ट किया गया। इसमें एक महिला स्वतंत्र फिलिस्तीन (Freedom Philistin) के लिए हिंदी में नारे लगाते हुए सुनी जा सकती है। वहीं उसके साथी कोरस में आजादी के नारे लगा रहे हैं। महिला नारा लगाते हुए कहती है, ‘अरे हम क्या चाहते, आजादी फिलिस्तीन की ! आजादी! अरे छीन के लेंगे आजादी है ! हक हमारा आजादी।’ वीडियो में प्रतिष्ठिक लो मेमोरियल लाइब्रेरी (Memorial libary) को देखा जा सकता है।
आजादी के नारे लगाए गए
नारेबाजी करने वाली महिला ने बिंदी लगा रखी है और बेहद साफ हिंदी बोल रही है, जिससे माना जा रहा है कि उसका संबंध भारत से है। वीडियो में वह कहती है, ‘बाइडेन सुन ले, आजादी ! नेतन्याहू सुन ले आजादी’। हालांकि, अब यह वीडियो भारत में ज्यादा चर्चा में आ गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह के आजादी के नारे दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) में कई मौकों पर लगते रहे हैं।
भारत में लगे थे आजादी के नारे
साल 2016 में कथित तौर पर लेफ्ट छात्रों की ओर से अफजल गुरू की फांसी की सालगिरह के मौके पर एक कार्यक्रम में भी इसी तरह के नारे लगे थे। अफजल गुरू 2001 के संसद हमले में शामिल आतंकी था। इससे पहले गुरुवार को कोलंबिया यूनिवर्सिटी से कम से कम 108 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था। विरोध प्रदर्शन में शामिल कई छात्रों ने यह भी कहा कि उन्हें यूनिवर्सिटी के बर्नार्ड कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों में इसरा हिरसी भी शामिल थीं, जो विवादास्पद डेमोक्रेट नेता इल्हान उमर की बेटी हैं।