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Amrit-2 Project : नारनौल की 13 नियमित कॉलोनियों के लिए अमृत-2 में तैयार की जाएगी डीपीआर

अमृत-2 प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से शहर की डीपीआर तैयार की जाएगी

 

नारनौल शहर की नियमित हुई 13 कॉलोनियों में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास शुरू हो गए हैं। शहर के अमृत-2 प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से शहर की डीपीआर तैयार की जाएगी। चूंकि अभी पेयजल और सीवरेज सुविधाओं की उपलब्धता के लिए शहर का प्रोजेक्ट तैयार होना है ऐसे में हालिया नियमित कॉलोनियों को इसमें शामिल किया जाएगा। नगर परिषद की तरफ से पुरानी कॉलोनियों के लिए जमीन उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है और नई कॉलोनियों में बूस्टिंग स्टेशनों के लिए जमीन उपलब्ध करानी होगी।

शहर में फिलहाल कैनाल बेस  सप्लाई है लेकिन यह अभी पूरी जरूरत के अनुसार नहीं है। नसीबपुर में बनाए गए वाटर टैंकों के जरिए शहर को पेयजल सप्लाई होती है जो कि लगभग 78 एमएलडी क्षमता के हैं। नगर परिषद में 9 नए गांवों के शामिल होने और अब 13 नई कॉलोनियों के शामिल हो जाने के पश्चात पेयजल आपूर्ति बढ़ाने के लिए नए बूस्टिंग स्टेशन के साथ एसटीपी तैयार किए जाने हैं। शहरी विकास मंत्रालय ने शहर को अमृत प्रोजेक्ट के पहले चरण में शहर को शामिल नहीं किया था लेकिन अब दूसरे चरण के अमृत प्रोजेक्ट में शहर को शामिल कर लिया गया है।

जिसके बाद जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से शहर की पेयजल और सीवरेज जरूरतों के अनुसार डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके लिए जमीन की जरूरत पहले है इसलिए जनस्वास्थ्य विभाग ने नगर परिषद ने नए जलशोधन उपचारित संयत्र के लिए 6 एकड़ जमीन के साथ 13 स्थानों पर लगभग आधा-आधा एकड़ जमीन की मांग की थी। नगर परिषद की तरफ से इस जमीन को देने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।

वर्षों से सुविधाओं के इंतजार में है कॉलोनियां

नप की तरफ से पहले 32 कॉलोनियों का प्रस्ताव गया था लेकिन उसमें 11 कॉलोनियों को नियमों पर खरा नहीं पाने के कारण उनके प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिए है। वहीं दीवान कॉलोनी, नीलकंठ कॉलोनी, आरके पुरम, गणेश कॉलोनी, रामनगर, हीरानगर, एनबीसी कॉलोनी, सरस्वती कॉलोनी, एम्पलाइज कॉलोनी एक्सटेंशन, दयानगर एक्सटेंशन, अमृतधारा कॉलोनी, रामकरण दास कॉलोनी एक्सटेंशन एवं रघुनाथ नगर कॉलोनी को नियमित कर दिया है।

वर्ष 2018 में भी शहर की यह कॉलोनियां भी नियमित नहीं हुई थी जिसके कारण इनको लंबा इंतजार करना पड़ा। जबकि इन कॉलोनियों में शहर की लगभग 20 से 30 हजार तक की आबादी रहती है। अब नियमित होने के बाद इनमें सड़क, सीवरेज, पेयजल लाइनें और स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं मिल पाएंगी।

नई कॉलोनियों में तेजी से उपलब्ध होंगी सुविधाएं

इससे पहले लगभग सात साल पहले कॉलोनियां नियमित हुई थी और उसके बाद अब 13 कॉलोनियों नियमित हुई है। हालांकि नियमित होने वाली कॉलोनियों की प्रतीक्षा सूची लंबी चौड़ी है लेकिन माना जा रहा है अब जो कालोनी नियमित हुई है उनमें सुविधाओं भी तेजी से उपलब्ध कराई जाएगी जिसके लिए शहरी निकाय विभाग की तरफ से काम भी शुरू कर दिया गया है।

इसी के साथ जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से अमृत प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जानी है। इसके लिए जमीन की जरूरत पहले होती है जिसको देखते हुए विभाग ने नगर परिषद से जिन 14 स्थानों पर जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। वहीं अब नई 13 कॉलोनियों के लिए भी जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से इनकी जरूरत के अनुसार भी जमीन मांगी जाएगी।

नोटिफिकेशन से संबंधित प्रक्रिया तेज : एमई
नगर परिषद एमई सोहनलाल ने बताया कि शहर की 13 कॉलोनियों के नियमित होने के संबंध में शहरी स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया जा रहा है। इन कॉलोनियों से संबंधित डॉक्यूमेंट मुख्यालय को भेजे जा चुके हैं। नोटिफिकेशन होने के बाद इनमें सुविधाओं का उपलब्ध कराने का काम हो जाएगा। 

अमृत-2 के लिए जमीन मांगी है

जनस्वास्थ्य विभाग के जेई आकाश ने बताया कि नप की तरफ से हमने अमृत-2 के लिए जमीन मांगी हुई है। इनका प्रस्ताव मिलने के साथ नियमित हुई कॉलोनियों के लिए भी पत्र भेजा जाएगा।