Jind School Holiday : जींद जिले में सरकारी व निजी स्कूलों का अवकाश घोषित, आगामी आदेशों तक रहेगी छुट्टी
हरियाणा में लगातार पराली जलाने के मामले सामने आ रहे है। जहां पर हरियाणा के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। इसके कारण सांस के मरीजों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। हरियाणा के जींद जिले का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 दर्ज किया गया है, जो ‘अत्यंत गंभीर श्रेणी’ में आता है।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि महानिदेशक, माध्यमिक शिक्षा, हरियाणा, पंचकूला तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जींद से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 12 नवम्बर को जिला जींद का प्रदूषण स्तर 418 हो गया है। उक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के हित में यह निर्णय लिया गया है कि जिला के सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी एवं निजी विद्यालयों में कक्षा पांचवीं तक के विद्यार्थियों की फिजिकल (ऑफलाइन) कक्षाएं 13 नवम्बर से आगामी आदेशों तक स्थगित रहेंगी।
प्रदूषण का स्तर कम होने तक स्कूलों का अवकाश रहेगा। इस दौरान विद्यार्थियो को परेशानी नहीं हो, क्योंकि वातावरण में धुआं ही धुआं दिखाई दे रहा है। डीसी ने बताया कि विद्यालय प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि जहां संभव हो, वहां ऑनलाइन अथवा हाइब्रिड माध्यम से शिक्षण कार्य सुचारू रूप से जारी रखा जाए, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वे इन आदेशों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करें तथा किसी भी विद्यालय में कक्षा पांचवीं तक की फिजिकल कक्षाएं न लगाई जाएं। हालांकि कक्षा छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं पहले की तरह ही लगती रहेगी। हालांकि इन विद्यार्थियों को भी प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करने की हिदायत दी गई है। जींद जिले में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा होने के कारण अस्पताल में भी सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।