Bank News: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद से देश को एक महत्वपूर्ण खुशखबरी देने की योजना बनाई है। आने वाले समय में बैंकों में खाताधारकों के लिए नॉमिनी से जुड़े नियमों में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस संशोधन के तहत अब खाताधारक अपने बैंक खाते के लिए एक से ज्यादा नॉमिनी नियुक्त कर सकेंगे। यह बिल पहले मॉनसून सत्र में पेश किया गया था और अब इसे शीतकालीन सत्र में दोबारा लाया जा रहा है।
नए नियमों के तहत क्या होगा?
वर्तमान में, बैंक खाताधारक केवल एक नॉमिनी चुन सकते हैं, लेकिन नए नियमों के तहत खाताधारक अपने बैंक खाते के लिए 4 नॉमिनी बना सकेंगे। इसके अलावा, यह भी तय किया जा सकेगा कि हर नॉमिनी को कितनी हिस्सेदारी दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि एक व्यक्ति अब अपने परिवार के कई सदस्यों को नॉमिनी बना सकता है और उन्हें समान या असमान हिस्सेदारी दे सकता है।
नए नॉमिनी नियमों के फायदे
खाताधारक अब तय कर सकेंगे कि कौन सा नॉमिनी कितनी रकम प्राप्त करेगा, चाहे वह पत्नी, मां, पिता, बेटा, बेटी, भाई, बहन, या कोई अन्य व्यक्ति हो। एक से ज्यादा नॉमिनी होने से खाताधारक की संपत्ति को लेकर किसी भी विवाद की स्थिति में पारदर्शिता बढ़ेगी और परिवार के कई सदस्यों को राहत मिलेगी। इस नियम से, परिवार के विभिन्न सदस्य (जैसे पति-पत्नी, बच्चे या अन्य करीबी रिश्तेदार) को संपत्ति का सही तरीके से वितरण किया जा सकेगा।
नॉमिनी बनाना क्यों है जरूरी?
बैंक खातों के लिए नॉमिनी बनाना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि खाताधारक की मृत्यु के बाद उसके खाते में जमा सभी पैसों को बिना किसी अड़चन के नॉमिनी को सौंपा जा सके। नॉमिनी की नियुक्ति से परिवार के सदस्यों को वित्तीय समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता, और वे तुरंत वसीयत की प्रक्रिया के बिना बैंक के पैसे का उपयोग कर सकते हैं।
ICICI बैंक अधिकारी का योगदान
बैंक खाते में एक से ज्यादा नॉमिनी बनाने का आइडिया पहले ICICI बैंक के अधिकारी प्रमोद राव ने दिया था, जो अब सेबी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।