Centre new Scheme : केंद्र की सरकार द्वारा आम जनता को लाभ देने के उद्देश्य से नई योजना शुरू की जा रही है। यह योजना फायदो का सौदा साबित होगी। इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा उन बेटियों को होगा, जो आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं। आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ 70 लाख रुपये तक की कमाई भी हो सकती है। साथ ही टैक्स छूट का भी लाभ मिलेगा। जनवरी से मार्च 2024 की तिमाही के लिए इस योजना के तहत 8.2 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है।
सरकार की इस योजना (Centre new Scheme) के तहत बेटियों के लिए सालाना 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है, और यहाँ तक कि निवेश का एक हिस्सा आयकर धारा 80-सी के तहत टैक्स छूट के रूप में भी मान्य होता है। इतना ही नहीं इसके ब्याज पर किसी तरह का टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा यानि कि यह योजना पूरी तरह से टैक्स फ्री है।
जानिए कौन खोल सकता है अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना (Suknya samridhi shceme) में निवेश करने के लिए भारतीय निवासी और बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक होना आवश्यक है। 10 साल की बिटिया के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं। आप बेटी के जन्म से लेकर 10 साल की आयु तक एसएसवाई अकाउंट ओपन कर सकते हैं। इस योजना में अधिकतम 2 लड़कियों के लिए अकाउंट खोल सकते हैं। वहीं अगर जुड़वा बेटियां हैं तो तीन के लिए एसएसवाई अकाउंट खोला जा सकता है।
मैच्योरिटी कब पूरी होती है, ये भी जानिए
केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की ब्याज दर जनवरी-मार्च 2024 तिमाही के लिए 8.2 फीसदी तय किया है। सरकार इस योजना के तहत हर तिमाही में ब्याज दर अपडेट करती है। वहीं मैच्योरिटी की बात करें तो इसमें 15 साल तक पैसे जमा करने होते हैं। 21 साल में यह अकाउंट मैच्योर हो जाती है। हालांकि बिटिया की उम्र 18 साल होने के बाद इस अकाउंट से आधी रकम निकाली जा सकती है।
70 लाख रुपये कैसे पा सकते हैं, ये जानिए
सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर हर तिमाही में संशोधित की जाती है। इस योजना की (Centre new Scheme ) शुरुआत से लेकर अभी तक अधिकतम 9.2 प्रतिशत और न्यूनतम ब्याज दर 7.6 प्रतिशत मिला है। एक कैलकुलेशन के मुताबिक, अगर 21 साल की पूरी अवधि के दौरान औसत ब्याज दर 8 प्रतिशत भी रहती है और 15 साल तक आप इस योजना में हर साल 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो इस अकाउंट के तहत आपको करीब 70 लाख रुपये मिलेंगे।