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Haryana Paper Leak : हरियाणा में इस विश्वविद्यालय में परीक्षा से पहले ही पेपर हुए लीक, परीक्षा को किया रद 

हिसार के लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) की तरफ से करवाए जाने वीएलडीडी (वेटनरी एंड लाइवस्टाक डेवलपमेंट डिप्लोमा) की चल रही परीक्षा में पेपर लीक हो गए हैं। इसके चलते लुवास से प्रदेश के सभी कालेजों में वीएलडीडी की परीक्षा को रद कर दिया है।
 
Haryana Paper Leak  हरियाणा में इस विश्वविद्यालय में परीक्षा से पहले ही पेपर हुए लीक, परीक्षा को किया रद

हरियाणा में पेपर लीक होने का जीन विश्वविद्यालयों तक पहुंच गया है। जहां पर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गए। इस बार पशु चिकित्सक के कोर्स का पेपर लीक हुआ है। जहां पर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने पर परीक्षा को रद कर दिया गया है। हिसार के लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) की तरफ से करवाए जाने वीएलडीडी (वेटनरी एंड लाइवस्टाक डेवलपमेंट डिप्लोमा) की चल रही परीक्षा में पेपर लीक हो गए हैं।

इसके चलते लुवास से प्रदेश के सभी कालेजों में वीएलडीडी की परीक्षा को रद कर दिया है। पेपर लीक होने की सूचना मिलने के बाद उसकी जांच की गई तो लुवास प्रशासन को यह सच मिली। अब पेपर कैसे हों, इसको लेकर एक कमेटी बनाने के आदेश हुए हैं। यह कमेटी तय करेगी प्राइवेट कालेज में परीक्षाएं कैसे होंगी। लुवास की तरफ से प्रदेश में 16 कालेज में वीएलडीडी की पढ़ाई करवाई जाएगी।

इनमें 15 प्राइवेट कालेज हैं जो रोहतक, फतेहाबाद, भिवानी, महेंद्रगढ़, पलवल, झज्जर आदि जगह पर खुले हुए हैं। इनमें हजारों विद्यार्थियों की हाल ही में प्रथम वर्ष 2004-25 की वार्षिक थ्योरी परीक्षा ली जा रही हैं। परीक्षा के दौरान ही लुवास प्रशासन को सूचना मिली कि किसी कालेज में पेपर लीक हुआ है। प्रशासन की तरफ से उस सूचना की सच्चाई जानने के लिए कमेटी बनाई और जांच की तो वह सही मिली।

उसके बाद लुवास ने वीरवार को वीएलडीडी की परीक्षाओं में पेपर लीक होने के कारण परीक्षाएं रद करने का फैसला लिया। लुवास के कंट्रोल आफ एग्जामिनेशन की तरफ से वेबसाइट पर भी इस आदेश को अपलोड किया है। आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि अब परीक्षाएं दोबारा करवाई जाएंगी। इसको लेकर प्रशासन की तरफ से जल्द ही आदेश जारी किए जाएंगे। लुवास प्रशासन की तरफ से पेपर लीक कहां से हुआ है यह खोजने में लगा है। कालेज का अभी कमेटी को पता नहीं चला है। पेपर लीक को रोकने के लिए आगे भी पुख्ता निर्णय लेने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।