हरियाणा में श्रमिकों को राहत, एक लाख दस हजार पंजीकरण होंगे बहाल

हरियाणा में श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों को राहत देने का फैसला लिया हैं। पिछले दिनों फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद श्रमिकों का पंजीकरण को रद कर दिया था, लेकिन अब दोबारा से इन श्रमिकों का पंजीकरण करने का फैसला लिया हैं।
श्रम विभाग ने अब एक लाख 10 हजार श्रमिकों के पंजीकरण को दोबारा बहाल करने का निर्णय लिया हैं। श्रम विभाग में एक अधिकारी द्वारा प्रमाणित कर दिया था और इसके बाद इनकी कापी को काट दिया था।इसके बाद से श्रमिकों को काम नहीं मिल पा रहा था और वह चक्कर काटने पर मजबूर थे। पिछले दिनों मजदूरों ने प्रदर्शन करके हरियाणा सरकार से पंजीकरण को दोबारा बहाल करने की मांग की थी।
अब मुख्यालय की तरफ से श्रमिकों के पंजीकरण को दोबारा बहाल करने काम किया जा रहा हैं। आनलाइन ही जांच के बाद इन पंजीकरण दोबारा बहाल किया जा सकेगा। इसके लिए श्रमिकों को सिद्ध करना होगा कि वे वास्तव में भवन निर्माण के काम से जुड़े हुए हैं।
जींद जिले के अलेवा में तैनात एक पटवारी द्वारा वर्क स्लिप प्रमाणित मिलने पर श्रम विभाग द्वारा करीब एक लाख दस हजार श्रमिकों के पंजीकरण 23 जनवरी को रद कर दिए गए थे। इनमें करीब 50 हजार ऐसे हैं, जिनकी वर्क स्लिप संदीप पटवारी द्वारा प्रमाणित की गई।
हालांकि इस मामले की जांच विभागीय स्तर के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा भी की जा रही है। इस मामले में श्रम विभाग ने जींद के लिए फील्ड अधिकारी विवेक बतरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार उन्होंने अपने स्तर पर कई ऐसे श्रमिकों की जांच की है, जिनका पंजीकरण रद हुआ है। इसके बाद ही इनको दोबारा बहाल करने का फैसला लिया गया है। जींद जिला में 32 हजार श्रमिकों का पंजीकरण रद हुआ है।
मुख्यालय स्तर पर चल रही है प्रक्रिया
पंजीकरण रद होने वाले श्रमिकों का पंजीकरण दोबारा करने के लिए विभाग ने प्रक्रिया शुरू की है। यह मुख्यालय के स्तर पर ही चल रही है। जैसे ही इसकी अपडेट आएगी, श्रमिकों को बता दी जाएगी। इसके लिए विभाग के पोर्टल पर ही नई व्यवस्था की जा रही है।
दीपक वर्मा, सहायक श्रम कल्याण अधिकारी।