UPSC रिजल्ट में 44वीं रैंक को लेकर हरियाणा और बिहार के तुषार के बीच विवाद में नया मोड़, जानें क्या है पूरा माजरा

UPSC: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा जारी किए गए सिविल सेवा परीक्षा 2022 के रिजल्ट को लेकर कई जगहों से अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं।
अब इसी कड़ी में 44वीं रैंक को लेकर हरियाणा और बिहार के तुषार के बीच पनपे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है।
रिजल्ट की सच्चाई पता करने के लिए हरियाणा निवासी तुषार दिल्ली स्थित UPSC मुख्यालय जाने की बात कहकर घर से निकला था लेकिन अब तक घर नहीं लौटा है और मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है।
ऐसे में घरवालें परेशान नजर आ रहे हैं और उसे ढूंढने के लिए निकल पड़े हैं।
रोते हुए गया था घर से
तुषार की भाभी ने बताया कि इस पूरे विवाद पर स्पष्टीकरण करने के लिए दिल्ली स्थित UPSC मुख्यालय गया था।
घर से जाते समय रोते हुए बोला कि भाभी घर संभाल लेना। उसके बाद फोन मिलाया, फोन ही बंद आ रहा है।
UPSC एग्जाम क्लियर करने की खुशी तो बहुत ज्यादा हुई थी, लेकिन क्या करें सपना ही टूट गया।
ऐसे में किसी अनहोनी की आंशका डरा रही है। मेरे पति उन्हें ढूंढने के लिए दिल्ली गए हैं। वीरवार से तुषार का कोई अता- पता नहीं चला है।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, तीन दिन पहले UPSC के रिजल्ट में 44वीं रैंक तुषार कुमार नाम के अभ्यर्थी को मिली थी। इसके बाद रेवाड़ी की सती कॉलोनी में रहने वाले तुषार ने दावा करते हुए कहा कि ये रैंक उनकी ही है।
इसी बीच बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने दावा कर दिया कि 44वीं रैंक उनकी है। विवाद बढ़ा तो दोनों ने अपने- अपने एडमिट कार्ड मीडिया में जारी कर दिए। इसमें दोनों का रोल नंबर एक ही मिला।
बिहार के तुषार ने हरियाणा के तुषार के एडमिट कार्ड को फर्जी ठहराया
बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार के दावे को गलत करार देते हुए कहा कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड ही फर्जी है।
उसे Edit कर तैयार किया गया है। इस एडमिट कार्ड पर UPSC का वाटर मार्क भी नहीं है।
उस पर लगे QR कोड को स्कैन करने पर कोई डिटेल नहीं आ रही। उसका एडमिट कार्ड फर्जी है।
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