Vegetable Prices: खराब मौसम के चलते बिगड़ा रसोई का बजट, सब्जियों के दाम में कई गुणा उछाल, जानें आज के ताजा रेट
खराब मौसम के चलते जहां सभी चीजें महंगी हो गई हैं वहीं रसोई का बजट भी बिगड़ गया है।

Vegetable Prices: खराब मौसम के चलते जहां सभी चीजें महंगी हो गई हैं वहीं रसोई का बजट भी बिगड़ गया है। सभी सब्जियों के दाम में कई गुणा उछाल आ गया है। सब्जियां आम लोगों लेवल से बहुत दूर चली गई हैं।
आपको बता दें की टमाटर की कीमतें पहले से ही आम आदमी को परेशान कर रहे थे, लेकिन दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत और दिल्ली के कुछ इलाकों में बाढ़ के कारण सब्जियों की कीमतें अब और भी बढ़ गई हैं।
दिल्ली में सब्जियों के ताजा रेटों पर रिपोर्ट पेश की है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में तेज वृद्धि ने परिवार के बजट को बुरी तरह प्रभावित किया है।
क्या रहा टमाटर का रेट
आजादपुर मंडी सहित राष्ट्रीय राजधानी में कुछ स्थानों पर, टमाटर खुदरा में 130 से 240 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। या इससे भी अधिक।
थोक विक्रेताओं ने कहा कि टमाटर सहित सब्जियों की कीमतें पिछले दो हफ्तों में 2 गुना बढ़ गई हैं। समाचार एजेंसी ने विक्रेताओं के हवाले से बताया कि बिक्री में भी 40 प्रतिशत की कमी आई है।
लक्ष्मी नगर में एक सब्जी विक्रेता ने बताया, ‘लोग टमाटर की जगह टमाटर की प्यूरी खरीद रहे हैं। मैं इन दिनों केवल 5 किलोग्राम टमाटर ला रहा हूं क्योंकि बिक्री कम है। पहले, जब दरें नाममात्र थीं, मैं प्रतिदिन 20 से 25 किलोग्राम टमाटर बेचता था।’
क्या हैं सब्जियों के ताजा दाम
आजादपुर सब्जी मंडी के एक थोक विक्रेता ने कहा, ‘लौकी समेत रोजमर्रा की सब्जियां 70 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं।
शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो, करेला 65 रुपये प्रति किलो, हरा धनिया 500 रुपये प्रति किलो, भिंडी 130 रुपये प्रति किलो।’
किलो, अरबी की कीमत 130 रुपये प्रति किलो, फ्रेंच बीन्स की कीमत 220 रुपये प्रति किलो, अदरक की कीमत 400 से 470 रुपये प्रति किलो हो गई है। काला बैंगन 100 से 120 रुपये प्रति किलो, परवल 100 से 120 रुपये प्रति किलो बेची जा रही है।’
भारी बारिश के असर से टमाटर की कीमत में ताजा बढ़ोतरी हुई है। डीलरों का कहना है कि टमाटर की स्थिति के लिए बारिश मुख्य जिम्मेदार है। विक्रेताओं ने समाचार एजेंसी को बताया, ‘इसके अलावा, राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ ने शहर में ट्रकों की आवाजाही रोक दी है, जिससे कीमतें और भी अधिक बढ़ गई हैं।’