Expressway: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल तेजी से फैल रहा है, और अब गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण इस राज्य की विकास यात्रा को और तेज़ करेगा। यह एक्सप्रेसवे यूपी के 9 जिलों को आपस में जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। इस परियोजना से न केवल गाजियाबाद से कानपुर तक की यात्रा समय में कमी आएगी, बल्कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से यूपी के कई बड़े शहरों की पहुंच भी आसान हो जाएगी।
यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर को जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे को ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसका मतलब है कि यह एक नए मार्ग पर बनेगा, और यहां औद्योगिक केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। शुरुआत में यह चार लेन का एक्सप्रेसवे होगा, जिसे भविष्य में छह लेन तक विस्तारित किया जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे के बनने से गाजियाबाद से कानपुर पहुंचने में सिर्फ 5.30 घंटे का समय लगेगा, जो कि पहले काफी ज्यादा था। दिल्ली-गाजियाबाद से कानपुर जाने के रास्ते में जाम की समस्या कम होगी। इस एक्सप्रेसवे को मेरठ एक्सप्रेसवे, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इससे यूपी के विभिन्न शहरों के बीच संपर्क मजबूत होगा।
इस एक्सप्रेसवे का उत्तरी छोर NH-9 गाजियाबाद-हापुड़ हाइवे से जुड़ा होगा, और इसका दक्षिणी छोर कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगा। इसके साथ ही इसे मेरठ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। पहले इसे केवल हापुड़ से कानपुर तक बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन बाद में इसे हापुड़ को जोड़ने के लिए 60 किलोमीटर लंबा कनेक्टर रोड भी बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की उम्मीद 2026 तक पूरी होने की जताई जा रही है।