Harda Fire : मध्यप्रदेश के हरदा जिला में पटाखा फैक्ट्री में अचानक आग लग गई। आग लगने से पूरी फैक्ट्री कुछ ही सेकेंड में बारुद के धमकों के साथ आग का गोला बन गई। जहां पर चारों तरफ चीख पुकार मच गई और इस दौरान फैक्ट्री (Harda Fire) में काम कर रहे 12 मजदूरों की मौत हो गई, यह आंकड़ा ज्यादा हो सकता हैं, लेकिन फिलहाल प्रशासन ने इतनी की पुष्टी हैं। जबकि फिलहाल 50 से ज्यादा मजदूरों की गंभीर हालात बनी हुई है और उनका आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
आग के शोले और धुएं के गुबार से लोगों में दहशत भर गई। हादसे की वजह से कई लोगों की जान जाने की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री में 500 से 700 लोग काम करते थे। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया है।
जेपी अस्पताल में वार्ड किया गया तैयार
भोपाल के जेपी अस्पताल में 6 पलंग का वार्ड तैयार किया गया। डॉक्टर भी इलाज करने के लिए पहुंचे हैं। घटनास्थल पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने इस घटना को लेकर कहा, “आज सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ। बचाव अभियान जारी है। छह लोगों की मौत (Harda Fire) की पुष्टि हुई है और 59 अन्य घायल हैं। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और गंभीर रूप से घायल मरीजों को भोपाल और इंदौर शिफ्ट किया जा रहा है।”
बर्न यूनिट तैयार रखने के दिए निर्देश
हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था के लिए सेना से संपर्क किया गया है। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और भोपाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है
हरदा घटना के बाद इमरजेंसी सेवा अलर्ट पर
हरदा की घटना के बाद इमरजेंसी सेवा अलर्ट पर है। अलग-अलग जिलों से हरदा के लिए इमरजेंसी सेवा भेजा जा रहा है। भोपाल से 20 एम्बुलेंस हरदा के लिए रवाना किया गया। इसके अलावा इंदौर 15, देवास से 10, खंडवा से 15, होशंगाबाद से 10, बैतूल 8, हरदा के 20, सीहोर के 10, रायसेन के 3 और बुरहानपुर के 3 एम्बुलेंस लोगों को अस्पताल पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं। कुल 114 एम्बुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं।
घायलों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंच गई हैं, कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। घायलों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके साथ ही नजदीकी जिले नर्मदापुरम और बैतूल से भी चिकित्सा सहायता पुलिस बल भेजा जा रहा है।
राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया निर्देश
इंदौर और भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए (Harda Fire) वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सीएम ने हृष्ठक्त्रष्ठ, स्ष्ठक्त्रस्न की टीमों तथा आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड की दमकलों एवम् एंबुलेंस को भेजा जा रहा है। कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देशानुसार तत्काल तीन एंबुलेंस और 6 फायर ब्रिगेड हरदा के लिए रवाना की जा चुकी।
रेस्क्यू के लिए 01 पीसी, 01 एच और 19 एसडीआरएफ जवानों को आपदा सामग्री-फायर ऐक्सीम्यूसर, फायर एंट्री शूट, सर्च लाइट, स्ट्रेचर, हेलमेट, ब्रीथिंग अप्रेटस सेट आदि राहत सामग्री सहित ट्रेवलर बस एमपी 02 एवी 6663 और एमपी 02 एवी 8014 रेस्कू वाहन सहित रवाना किए गए है ।
जान बचाने के लिए भागते नजर आए लोग
इस घटना के बाद पटाखा फैक्ट्री पूरी तरह नष्ट हो गई और आसपास के घरों में आज की तेज तपन महसूस की गई। आसपास के लोग आग (Harda Fire) लगने के बाद भागते नजर आए। स्थानीय लोगों की माने तो विस्फोट के समय पटाखा फैक्ट्री में करीब 500 लोग मौजूद थे। फैक्ट्री में मौजूद कई लोग हताहत बताए जा रहे हैं।
घायलों और मृतकों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पटाखा फैक्ट्री के करीब 1 किलोमीटर के दायरे में लोगों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है।