FNG Expressway: उत्तर प्रदेश के नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद शहरों को जोड़ने वाली एफएनजी एक्सप्रेसवे परियोजना एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो इन क्षेत्रों में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के साथ-साथ यात्रा के समय को भी कम करेगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए, लोग दिल्ली के चक्कर में फंसे बिना आसानी से गाजियाबाद से फरीदाबाद और नोएडा तक पहुंच सकेंगे।
एफएनजी एक्सप्रेसवे का उद्देश्य नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद को जोड़ने के साथ-साथ इन शहरों के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाना है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली के रास्ते से होकर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे ट्रैफिक कम होगा और यात्रा का समय भी कम होगा। गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा और यह यात्रा महज 15 से 20 मिनट में पूरी हो सकेगी।
वर्तमान में, नोएडा में एफएनजी एक्सप्रेसवे के 17 किमी हिस्से का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस प्रोजेक्ट को गाजियाबाद और फरीदाबाद से जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों की योजना बनाई गई है। गाजियाबाद से जोड़ने के लिए एनएच-9 पर छिजारसी पर एक रोटरी बनाई जाएगी, जिससे एक्सप्रेसवे को गाजियाबाद से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही, एक एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक सुगम तरीके से चलेगा।
फरीदाबाद से जोड़ने के लिए सेक्टर-168 यमुना पर एक नया ब्रिज बनाया जाएगा।
इस ब्रिज का निर्माण नोएडा प्राधिकरण और हरियाणा सरकार मिलकर करेंगे, और इसकी लागत 50-50 प्रतिशत बांटी जाएगी। यमुना नदी पर बनने वाला पुल करीब 14 मीटर ऊंचाई पर होगा, जो एक्सप्रेसवे को यमुना के दोनों किनारों से जोड़ने में मदद करेगा। इस पुल की अनुमानित लागत 200 से 250 करोड़ रुपये है।
इस एक्सप्रेसवे की पूरी लागत लगभग 1500 करोड़ रुपये आंकी गई है। हालांकि, इस परियोजना के पूरा होने में कुछ बाधाएं भी हैं, जैसे कि किसानों से जमीन की अधिग्रहण और पुल के निर्माण के लिए जरूरी संसाधन। इसके बावजूद, परियोजना की गति को बनाए रखने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, और जल्द ही इसका काम पूरा होने की उम्मीद है।
न केवल एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, बल्कि इसके साथ ही एनएच-9 पर छिजारसी कट के पास एलिवेटेड रोड के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भी तैयार की जा रही है। यह एलिवेटेड रोड हिंडन नदी के किनारे से गुजरेगा, और रिवर फ्रंट एरिया को बचाने के लिए सेक्टर-112 से सेक्टर-140 तक करीब 6.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा।