जानिए पूरा मामला, आखिर क्यों लगाना पड़ा प्रशासक
Jind news : हरियाणा के जींद में जाट धर्मशाला का संचालन करने वाली जाट धमार्थ सभा पर सोमवार को पहली बार प्रशासन लगाया गया। पिछले 27 साल से यहां सर्वसम्मति से प्रधान चुना जाता आ रहा है। इस बार विवाद के बाद जब तक चुनाव नहीं हो जाते, तब तक रिटायर्ड डिप्टी सिविल सर्जन डा. कुलदीप राणा को प्रशासक लगाया गया है।
जाट धमार्थ सभा शहर (Jind news) की बड़ी संस्थाओं में शामिल हैं । इस बार सर्वसम्मति से प्रधान चुने जाने को लेकर विवाद हुआ। विवाद के बाद गांव ईक्कस के पूर्व सरपंच हरपाल ढुल पर सर्वसम्मति बन गई थी, लेकिन उनके प्रधान चुनने जाने के बाद पता चला कि वह जाट धमार्थ सभा का सदस्य नहीं हैं।
इसी बीच में प्रधान देवव्रत ढांडा व उनकी कार्यकारिणी का कार्यकाल 17 फरवरी को पूरा हो गया। इसके बाद सभा के सदस्यों पर दोबारा से सर्वसम्मति बनाने के लिए समय नहीं मिला। इसके बाद सोसाइटी रजिस्ट्रेशन के कार्यालय में इसके बारे में सूचित किया था।
सोसाइटी रजिस्ट्रेशन के कार्यालय की तरफ से सेवानिवृत डिप्टी सिविल सर्जन डा. कुलदीप राणा को प्रशासक बनाया गया। सोमवार को डा. कुलदीप राणा ने जाट धर्मशाला में पहुंचकर प्रशासक की नियुक्ति ले ली। उनके जाट धर्मशाला में पहुंचने पर सभा के सदस्यों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया।
ज्ञात रहे कि जाट धर्मशाला के चुनाव को लेकर सभा की बैठक तीन दिसंबर 2023 को पहली व सात जनवरी को दूसरी बैठक कोरम पूरा नहीं होने के कारण स्थगित कर दी थी। इसके बाद सभा की तीसरी बैठक (Jind news) चार फरवरी को हुई थी। जहां पर आरओ नियुक्त किए गए शीशपाल लोहान ने कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर उसको भी स्थगित कर दिया था, लेकिन इसी बीच में दूसरे गुट ने ईश्वर रेढू को प्रधान चुनने का दावा किया। विवाद होने के बाद 15 फरवरी को खापों व सदस्यों की पंचायत जाट धर्मशाला में बुलाई गई थी।
खापों की मध्यस्थता के बाद हरपाल ढुल के ऊपर प्रधान पद के लिए सर्वसम्मति बन गई थी, लेकिन उस समय नया मोड़ आ गया जब हरपाल ढुल कार्यभार संभालने के लिए गए तो पता चला कि वह जाट धमार्थ सभा के सदस्य नहीं हैं। उसी समय तय हो गया था कि अब संस्था पर प्रशासक लगना तय हैं।
वोटर लिस्ट को अपडेट करके जल्द करवाया जाएगा चुनाव : डा. राणा
जाट धमार्थ सभा के प्रशासक का कार्यभार संभालने के बाद डा. कुलदीप राणा ने कहा कि उनको जो जिम्मेवारी दी है, उसको सभा के सदस्यों के साथ मिलकर चलाया जाएगा। जल्द ही सभा की वोटर लिस्ट (Jind news) को अपडेट किया जाएगा। इसके बाद कालेजियम बनाए जाएंगे। उनका प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द सभा का चुनाव करवाया जाए। वोटर लिस्ट को फिजिकल से अपडेट करवाई जाएगी और जिन सदस्यों का निधन हो चुका हैं, उनके नामों को हटाया जाएगा।
चुनाव के लिए बनेंगे 105 कालेजियम
जाट धमार्थ सभा के 2971 आजीवन सदस्य हैं। यह लिस्ट काफी पुरानी हैं, इसलिए इसमें काफी आजीवन सदस्यों का निधन हो चुका हैं। इसलिए प्रधान पद का चुनाव इसके अपडेट होने के बाद ही होगा। सभा की कार्यकारिणी के गठन के लिए 105 कालेजियम बनेंगे और वह पूरी कार्यकारिणी का चुनाव करवाएंगे।