Haryana CBI: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में प्रधान सचिव रहे सेवानिवृत्त अधिकारी के पास आय से अधिक संपत्ति 81.11 प्रतिशत ज्यादा मिला है।
सीबीआई ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मुरारी लाल तायल के खिलाफ कथित तौर पर 14 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के मामले में आरोपपत्र दाखिल किया है। यह राशि उनके ज्ञात आय के स्रोत से अधिक है
मुरारी लाल तायल हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रधान सचिव रह चुके हैं।
गुरुवार को पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष दायर अपने आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया कि तायल, उनकी पत्नी सविता और बेटे कार्तिक ने 2006-14 के दौरान 14.06 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की। यह उनकी आय के वैध स्रोतों से 81.11 प्रतिशत अधिक है।
एजेंसी ने 1976 बैच के आईएएस अधिकारी तायल के खिलाफ छह साल से अधिक की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दायर की। तायल 2005 से 2009 तक हुड्डा के प्रधान सचिव थे।
सीबीआई (Haryana CBI ) ने कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में 2017 में तायल, उनकी सविता तायल और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। एफआईआर मानेसर भूमि घोटाला मामले में एजेंसी के निष्कर्षों पर आधारित थी जिसमें तायल भी जांच के दायरे में थे।
2009 में सेवानिवृत्ति के बाद तायल को पांच साल के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) में नियुक्त किया गया था जबकि उनकी पत्नी सविता 2012 में एक सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में सेवानिवृत्त हुईं। इसके बाद उन्हें हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के सदस्य (Haryana CBI ) के रूप में नियुक्त किया गया था। वह 2016 में एचपीएससी से सेवानिवृत्त हुईं।