हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन पकड़ रहा आग, 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी, सीएम सैनी ने जारी किया यह आदेश
Dec 3, 2024, 15:07 IST

Kisan Andolan: हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन अगले महीने 6 दिसंबर को और तेज होने की संभावना है। किसान अपने विभिन्न मुद्दों को लेकर दिल्ली कूच करने की योजना बना रहे हैं, जिसके बाद हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गए हैं। किसानों का कहना है कि उनके लिए सरकारी योजनाओं और नीतियों में सुधार की आवश्यकता है, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। किसान आंदोलन के कारण और उद्देश्य किसान 6 दिसंबर को शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे। इसके बाद, हरियाणा सरकार ने इस आंदोलन के लिए किसानों को विशेष अनुमति देने की योजना बनाई है। किसानों को यह बताना होगा कि वे दिल्ली में किस स्थान पर धरना देंगे। इसके अतिरिक्त, हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों को शाम 4 बजे मीटिंग के लिए बुलाया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों को MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर फसलों की खरीदारी की जा रही है। इसके अलावा, किसानों को अन्य सभी सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिससे आंदोलन की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री सैनी का बयान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में किसानों को उनकी फसलों के लिए MSP दिया जा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा इसे लगातार बढ़ाया भी जा रहा है। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा यह आरोप लगाए जाने की बात को नकारते हुए कहा कि कांग्रेस ने किसानों को भ्रमित किया और झूठ फैलाया। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार हमेशा किसानों के हित में काम कर रही है। दिल्ली कूच की तैयारी हरियाणा सरकार ने किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दिल्ली कूच के लिए उन्हें पहले अनुमति प्राप्त करनी होगी और यह बताना होगा कि वे दिल्ली में किस स्थान पर धरना देंगे। यह कदम इस कारण उठाया गया है कि सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सके और कोई अव्यवस्था उत्पन्न न हो। किसान संगठनों ने दिल्ली कूच के लिए अपनी पूरी रणनीति तैयार कर ली है और 6 दिसंबर को भारी संख्या में किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। सरकार ने किसानों के साथ बातचीत जारी रखी है, ताकि किसी भी तरह की अप्रत्याशित स्थिति से बचा जा सके। क्या हैं किसानों की मांगें? किसानों का कहना है कि उनकी फसलों की उचित कीमत दी जाए। किसानों ने पुराने कृषि क़ानूनों में बदलाव की मांग की है, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। किसानों को अपनी कृषि यात्रा के दौरान सुरक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाएं मिलनी चाहिए। हरियाणा सरकार की तैयारी हरियाणा सरकार ने किसानों की यात्रा को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। पुलिस और प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। सरकार द्वारा किसानों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा के दौरान शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की अव्यवस्था न फैलाएं।