नायब सैनी सरकार तालाबों को करेगी चकाचक, विकासित होंगे पार्क
अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों के लिए जारी किए 48 लाख

हरियाणा नायब सैनी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में खराब हो चुके तालाबों विकसित करने की योजना बनाई हैं। योजना के तहत तालाबों को साफ करके उसके चारों तरफ पार्क विकसित किए जाएंगे, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोग प्रतिदिन यहां पर सैर कर सकें। इसके लिए नायब सैनी सरकार ने 45 करोड़ रुपये का बजट जारी किया हैं।
हालांकि सरकार की तरफ से पहले ही तालाबों को विकसित करने की योजना बनाई थी, लेकिन बजट की कमी के चलते बीच में ही काम रुक गया था। अब दोबारा से नायब सैनी सरकार ने इस योजना को सिरे चढ़ाने की योजना बनाई है। अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों के लिए जींद जिले में पांच करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। पिछले काफी समय से बजट जारी नहीं होने से तालाबों का काम अधर में लटका हुआ है। पेमेंट नहीं मिलने पर ठेकेदारों ने काम बीच में छोड़ दिया था।
जींद जिले में 215 तालाब अमृत सरोवर योजना में शामिल किए गए थे। जिनके लिए लगभग 216 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई थी। लेकिन 48 करोड़ रुपये ही सरकार से जारी हुए थे। साल 2022 में ये योजना शुरू हुई थी। लेकिन अब तक 27 तालाबों का ही काम पूरा हुआ है। 60 से ज्यादा तालाब ऐसे हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है, लेकिन बजट के अभाव में आगे काम नहीं बढ़ सका। 46 तालाब ऐसे हैं, जिनके रिवाइज एस्टीमेट स्वीकृत ना होने व तकनीकी कारणों से टेंडर नहीं लग पाए थे।
पांच करोड़ रुपये की जो राशि जारी हुई है, उससे पहले के बिलों का ही पूरा भुगतान नहीं हो पाएगा। लेकिन पहले की बकाया कुछ राशि का भुगतान होने से ठेकेदार दोबारा काम पर लौट सकते हैं। ठेकेदारों ने जो काम किए हैं, उनके 12 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बकाया है। इसमें से आठ करोड़ रुपये से ज्यादा के बिल तो पंचायती राज विभाग के पास ठेकेदारों की तरफ से भेजे हुए हैं।
तालाबों के बचे हुए कार्यों को दी जाएगी गति
पंचायती राज विभाग के एक्सईएन पोशन कन्यान ने बताया कि पांच करोड़ रुपये की राशि जारी हुई है। पहले हुए कामों के बिलों का भुगतान किया जाएगा। जिन तालाबों के काम रुके हुए हैं, उन कार्यों को गति देकर जल्द पूरा करवाने की प्राथमिकता रहेगी। करीब 60 तालाब ऐसे हैं, जिनका 50 प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है। एजेंसियों को काम शुरू करने के लिए निर्देश दिए हुए हैं।