Faridabad Khel Stadium : हरियाणा खेलों की योजना के तहत फरीदाबाद शहर में हरियाणा का सबसे बड़ा खेल स्टेडियम बनेगा। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने डीपीआर तैयार कर ली है। प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हरी झंडी मिलने के बाद स्टेडियम बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा। एफएमडीए के मुताबिक मौजूदा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम डीपीआर में ही रहेगा।
स्टेडियम में खेल के क्या-क्या ट्रैक और कोर्ट बनेंगें ?
फरीदाबाद स्टेडियम (Faridabad Khel Stadium) के पास में खाली पड़ी 8 एकड़ जमीन पर हर खेल से जुड़े कोर्ट भी बनाए जाएंगे, ताकि भिन्न-भिन्न खेलों के खिलाड़ी एक ही जगह पर खेल सकें। वहीं, इस बड़े स्टेडियम से रेवेन्यू जेनरेट करने की भी योजना है, जिसमें सालाना 96 करोड़ रुपये कमाने का टारगेट है। वहीं, स्टेडियम के आसपास साइकिल ट्रैक बनाने की भी योजना है।फिलहाल 20 एकड़ जमीन में स्टेडियम का निर्माण चल रहा है, जिसे नगर निगम पूरा करेगा।
एफएमडीए अधिकारियों के अनुसार, तैयार की गई नई डीपीआर में कुल 28 एकड़ जमीन ली गई है। इसके अतिरिक्त स्टेडियम (Faridabad Khel Stadium) के आसपास खाली पड़ी आठ एकड़ जमीन पर सभी तरह के खेलों के लिए अलग-अलग कोर्ट तैयार किए जाएंगे, जिसमें बैडमिंटन कोर्ट, स्विमिंग पूल, वॉलीबॉल कोर्ट, रनिंग ट्रैक, बास्केटबॉल कोर्ट, टेनिस कोर्ट, फुटबॉल ग्राउंड, लॉन्ग जंप, हैमर थ्रो, जेवलिन थ्रो कोर्ट बनाए जाएंगे। 28 एकड़ के आसपास साइकिल ट्रैक भी बनाया जाएगा। वहीं कैफेटेरिया अलग से बनाया जाएगा।
115 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा स्टेडियम
पाठकों को बता दें कि, लगभग 20 एकड़ में बने पुराने राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम (Faridabad Khel Stadium) में लगभग 25 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। निर्माण के 37 वर्ष में यहां सिर्फ 8 अंतरराष्ट्रीय मैच हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा न उतरने के कारण यहां मैच बंद कर दिए गए थे। फिलहाल स्टेडियम की हालत काफी खराब होने के कारण इसे नए सिरे से बनाने की योजना बनाई गई थी। नगर निगम ने 135 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया था। शासन ने 115 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।
नगर- निगम ने एक निजी एजेंसी से इसका पूरा खाका तैयार करवाया, जो सिडनी की तर्ज पर तैयार किया गया। जनवरी 2019 में स्टेडियम बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन अब काम पूरी तरह से बंद हो चुका है। फिलहाल स्टेडियम को अब एफएमडीए ने अपने अधीन ले लिया है, जिसके बाद नई डीपीआर तैयार की गई है।