martyred Sanjay Yadav : असम में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुआ हरियाणा का लाल, दुश्मनों से लड़ते लगी गोली

Parvesh Mailk
2 Min Read
असम में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुआ हरियाणा का लाल दुश्मनों से लड़ते लगी गोली

सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई

martyred Sanjay Yadav : हरियाणा के नारनौल जिले के गांव नूनी शेखपुरा का लाल संजय यादव असम में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद (martyred Sanjay Yadav) हो गया। शुक्रवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा और सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। शहीद संजय के सम्मान में हजारों की संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

सीआरपीएफ की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर और बंदूकों से सलामी देकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। संजय यादव अपने पीछे पत्नी और दो छोटी बेटियां छोड़ गया। एक बेटी की उम्र ढाई साल और दूसरी की उम्र करीब 6 साल बताई जा रही है। गांव नूनी शेखपुरा में दिवंगत रामनिवास यादव और शकुंतला देवी के घर जन्मे संजय यादव 2006 में 68वीं बटालियन सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे।

इसके बाद उन्होंने कई जगह ड्यूटी दी। इन दिनों वह असम में तैनात थे। 31 जनवरी को असम में हुए एक नक्सली हमले में संजय को गोली लग गई, जिससे वह शहीद हो गए।

ये भी पढ़ें :   Haryana Rural Panchayat News : सरपंचो के लिए गुड न्यूज ! अब बिना ई-टेंडरिंग के लाखों का काम करवा सकेंगे सरपंच

शहीद का भाई भी सीआरपीएफ में तैनात

संजय यादव का एक भाई पवन कुमार भी सीआरपीएफ में शामिल होकर दिल्ली में सेवाएं दे रहा है। शहीद संजय यादव (martyred Sanjay Yadav) का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह जैसे ही गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाया गया। इस दौरान भारत माता की जय, वंदे मातरम और संजय यादव अमर रहे के नारे गूंजे।

शहीद के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे। अंतिम संस्कार में पहुंचे मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि यह प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। एक जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हुआ है। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।

Share This Article
Follow:
मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।