Haryana Lok Sabha Election 2024 : देश के लोकसभा चुनाव के नतीजों में दूसरे राज्याें की तरह हरियाणा में भी भाजपा उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाई, जैसे उनको संभावना थी। भाजपा जहां 10 सीट से खिसककर 5 सीट पर पहुंच गई। जबकि, कांग्रेस का प्रदर्शन बेहत्तर रहा। हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी बुरे हाल में पहुंच गई। पार्टी का एक भी उम्मीदवार 25 हजार के आंकड़े तक नहीं पहुंच पया। इसी तरह इनेलो का भी बुरा हाल है, कोई भी उम्मीदवार एक लाख के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। बता दें कि, स्वयं अभय चौटाला ही 78,708 वोट ही हासिल कर पाए।
कैसा प्रदर्शन रहा जजपा और ईनेलो द्वारा लोकसभा चुनावों में ?
पाठकों को बता दें कि, हरियाणा की राजनीति में कभी हनक के साथ रहने वाला चौटाला परिवार इस चुनाव में कोई विशेष प्रदर्शन नहीं कर पाया। देवीलाल के नाम पर राजनीति करने वाले इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी दोनों ही पार्टियां का प्रदर्शन लचर रहा। जजपा की बात की जाए तो सिरसा और हिसार सीट को छोड़ दें तो पार्टी उम्मीदवार कहीं पर भी 15 हजार का आंकड़ा नहीं छू पाए। सिरसा में जजपा उम्मीदवार 20080 और हिसार में 22032 वोट ही प्राप्त कर पाए। उसी प्रकार से सोनीपत में 7820, अंबाला में 6016, रोहतक में 6202, फरीदाबाद में 5361, कुरुक्षेत्र में 6182, करनाल में 11349, भिवानी में 15076 और गुरुग्राम में 13214 वोट ही प्राप्त कर पाए।
1 लाख तक आंकड़ा नी छू पाया कोई इनेलो उम्मीदवार
किसी जमाने के दौर में सरकार के केंद्र की धुरी रहने वाली ईनेलो के उम्मीदवार भी इस चुनाव में कोई विशेष छाप नहीं छोड़ पाए। जबकि स्वयं अभय चौटाला भी एक लाख के आंकड़े को छू नहीं पाए। यहां सिरसा में इनेलो उम्मीदवार 92453 वोट ही प्राप्त कर पाए, जबकि कुरुक्षेत्र से अभय चौटाला 78708 वोट ही प्राप्त कर पाए। इसी प्रकार से हिसार में 22303, सोनीपत में 11523, अंबाला में 8837, फरीदाबाद में 8085 और गुरुग्राम में 4897 वोट ही प्राप्त कर पाए।बस इनेलो की बुरी स्थिति का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि, तीन सीटों पर पार्टी की ओर से कोई उम्मीदवार ही चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया था। इनेलो की ओर से रोहतक, करनाल और भिवानी में किसी भी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया था।
जजपा उम्मीदवार से अधिक मत नोटा को
हरियाणा में भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद, जजपा ताश की गद्दी की तरह बिखर गई थी। यह हाल लोकसभा चुनावों (Haryana Lok Sabha Election 2024) में पूरी तरह साफ दिख भी गया। जजपा की खराब स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद में जजपा उम्मीदवार से ज्यादा वोट नोटा को प्राप्त किए। यहां जजपा उम्मीदवार को 5361 वोट मिले, जबकि नोटा में 6821 वोट पड़े।