Interchange: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट की स्थापना की जा रही है, जिसे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कहा जा रहा है। इस एयरपोर्ट की शुरुआत से पहले, इसे एक महत्वपूर्ण ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला इंटरचेंज लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुका है।
इस एक्सप्रेसवे इंटरचेंज का ट्रायल अगले सप्ताह हल्के वाहनों के साथ किया जाएगा। इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और अधिकारियों का कहना है कि फिनिशिंग कार्य अगले सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। यह इंटरचेंज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
यह परियोजना एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे के बीच सफर को और भी सुगम बनाया जाएगा। इंटरचेंज की कुल लंबाई 750 मीटर है और यह आठ लेन वाला बनाया गया है।
यह एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक अहम लिंक होगा।
NHAI भारतमाला परियोजना के तहत 22414 करोड़ रुपये की लागत से 13 किलोमीटर लंबा, 6 लाइन वाला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़कर एयरपोर्ट तक जाएगा, जिससे सफर की गति और सुविधा बढ़ेगी।
इंटरचेंज से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक लगभग 1300 मीटर की सड़क का निर्माण चल रहा है। सड़क के कुछ हिस्सों का काम अधूरा है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर बने इस इंटरचेंज से लेकर एयरपोर्ट परिसर तक सड़क निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
गिट्टी बचाने का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है और फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में है। इस एक्सप्रेसवे को दयानतपुर गांव के पास एक महत्वपूर्ण इंटरचेंज से जोड़ा गया है। यह इंटरचेंज हरियाणा की सीमा में 22 किलोमीटर और जेवर की सीमा में 9 किलोमीटर तक फैला हुआ होगा।