Jabalpur: मध्यप्रदेश की संस्कारधानी, जबलपुर, जल्द ही एक मेगा नियोजित शहर के रूप में विकसित होगा, जिसे चंडीगढ़ जैसे सेक्टरवार विकास के मॉडल पर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर को मध्य भारत का पहला नियोजित शहर बनाने की घोषणा की है। इस परियोजना का उद्देश्य जबलपुर को एक स्मार्ट, व्यवस्थित और पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित शहर बनाना है।
Blueprint for planned development of Jabalpur city
जबलपुर का विकास अब 118 किलोमीटर के दायरे में होगा, जो वर्तमान में केवल 50 किलोमीटर है। यह विकास रिंग रोड के भीतर किया जाएगा, और इसके तहत शहर के विभिन्न सेक्टरों में सुनियोजित ढंग से कार्य किया जाएगा। इसका उद्देश्य शहर की बढ़ती जनसंख्या और आवासीय, व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करना है।
Main initiatives to make Jabalpur a smart and environmental city
नदी, तालाब और अन्य जल स्रोतों को संरक्षित और सुरक्षित किया जाएगा। यह कदम जल संकट की समस्या को दूर करने के लिए अहम होगा। शहर के हरित क्षेत्र को सुरक्षित रखने के साथ-साथ, वायु प्रदूषण पर भी नियंत्रण रखा जाएगा, ताकि शहर का पर्यावरण शुद्ध और स्वस्थ रहे। स्वच्छ और व्यवस्थित पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को विकसित किया जाएगा, ताकि शहरवासियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल सके और ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिल सके।
Main highlights of Jabalpur’s development
हॉस्पिटल खोलने के लिए अलग एरिया तय किया जाएगा, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। जबलपुर में स्कूल और कॉलेज का निर्माण सेक्टरवार किया जाएगा, जिससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और बच्चों को पास के ही संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। शहर में नए बाजार और मल्टीप्लेक्स का निर्माण किया जाएगा, जिससे शहरवासियों को खरीदारी और मनोरंजन की बेहतरीन सुविधाएं मिल सकेंगी।
शहर में नए लॉजिस्टिक पार्क और गोदामों का निर्माण किया जाएगा, ताकि व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिले। नए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के लिए जमीनों की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना के लिए नए अवसर पैदा होंगे, जिससे किसानों और स्थानीय उत्पादकों को अपने उत्पादों को प्रसंस्कृत करने का मौका मिलेगा।