Kanpur: कानपुर में अब एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, जिसमें कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) शहर के विस्तार और आधुनिक सुविधाओं के साथ एक नया रूप देने के लिए तैयार है। केडीए ने हाईवे डिफेंस कॉरिडोर और रिंग रोड के आसपास स्थित 80 गांवों को शामिल किया है, जहां अब नोएडा की तर्ज पर ऊंची-ऊंची इमारतें बनाई जाएंगी। इस महत्वाकांक्षी योजना को कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है और अब सिर्फ नोटिफिकेशन जारी होना बाकी है। इसके बाद केडीए द्वारा इन गांवों का विकास किया जाएगा।
केडीए की बड़ी योजना
कानपुर विकास प्राधिकरण का उद्देश्य शहर के विकास को एक नई दिशा देना है। इसमें उच्च स्तरीय आवासीय योजनाओं के तहत ऊंची इमारतों का निर्माण किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित और आधुनिक घर मिल सकेंगे। इन इमारतों में अत्याधुनिक सुविधाओं का समावेश होगा, जो जीवनशैली को बेहतर बनाएंगे। केडीए की योजना है कि इन क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाओं के साथ एक पूर्ण विकसित क्षेत्र तैयार किया जाए, जिससे कानपुर के नागरिकों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध हो सके।
80 गांवों की 20,588 हेक्टेयर भूमि शामिल
केडीए ने हाईवे, डिफेंस कॉरिडोर और रिंग रोड के आसपास के 80 गांवों की 20,588 हेक्टेयर भूमि को अपने दायरे में शामिल किया है। इस भूमि का उपयोग शहरीकरण और विकास के लिए किया जाएगा, जिसमें औद्योगिक, आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों का निर्माण होगा। इन क्षेत्रों में शहरी सुविधाएं जैसे सड़कें, बिजली, जल आपूर्ति, और सीवरेज सिस्टम जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
नोएडा की तर्ज पर ऊंची इमारतें
केडीए का मुख्य उद्देश्य शहर को नोएडा की तर्ज पर विकसित करना है, जहां पर उंची इमारतों के निर्माण से अधिक से अधिक लोगों के लिए आवास का प्रबंध किया जा सके। नोएडा की तरह यहां भी मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग्स, शॉपिंग मॉल्स, और अन्य आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जाएंगे। इससे शहर का परिदृश्य पूरी तरह से बदल जाएगा और अधिक लोग कानपुर में बसने के लिए आकर्षित होंगे।
कानपुर के विकास को पंख
इस योजना के तहत सबसे बड़ी बात यह है कि गांवों का विकास अब केडीए द्वारा किया जाएगा, जिससे पहले की खींचतान खत्म हो जाएगी। जिले की पंचायत और केडीए के बीच नक्शा पास कराने की प्रक्रिया अब पूरी तरह से सरल हो जाएगी, और इन गांवों का समुचित विकास सुनिश्चित होगा। यह परियोजना कानपुर के लिए एक नए दौर की शुरुआत है।