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Haryana Weather Update : कमजोर पश्चिमी विक्षोभ, हवा की दिशा बदलने से बढ़ेगी सर्दी 

कमजोर पश्चिमी विक्षोभों के आने से तापमान में स्थिरता नहीं बन पा रही है। ये विक्षोभ पहाड़ों पर तो समय से पहले बर्फबारी करा रहे हैं, लेकिन मैदानी राज्यों में केवल आशिक बादल और तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव ही लेकर आ रहे हैं
 
Haryana Weather Update  कमजोर पश्चिमी विक्षोभ, हवा की दिशा बदलने से बढ़ेगी सर्दी

Western Disturbance : नवंबर के मध्य से मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। सुबह और देर शाम की ठंड लोगों को महसूस होने लगी है, जबकि दिन में हल्की धूप खिलने से मौसम सुझबना बना रहता है। तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव का यह सिलसिला कमजोर पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता के कारण जारी है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन का कहना है कि इस समय क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में उत्तरी और पूर्वी हवाएं चल रही हैं, जिसके कारण दिन के तापमान में कभी हल्की बढ़त तो कभी गिरावट दर्ज की जा रही है।

डॉ. चंद्र मोहन के अनुस्वर लगातार कमजोर पश्चिमी विक्षोभों के आने से तापमान में स्थिरता नहीं बन पा रही है। ये विक्षोभ पहाड़ों पर तो समय से पहले बर्फबारी करा रहे हैं, लेकिन मैदानी राज्यों में केवल आशिक बादल और तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव ही लेकर आ रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि यदि पश्चिमी विक्षोभों में अंतर लंबा हो तो ठंड अधिक पड़ती है, जबकि एक के बाद एक आने पर ठंड के असर में कमी हती है।

उत्तरी-पश्चिमी बर्फीली व शुष्क हवाएं चलने के आसार

वर्तमान स्थिति में 23 और 24 नवंबर को सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पूरे क्षेत्र से आगे निकल जाएगा। इसके बाद हवाओं की दिशा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उत्तरी-पश्चिमी बर्फीली और शुष्क हवाएं पूरे उत्तर भारत में फैलेंगी, जिससे तापमान में तीव्र गिरावट शुरू हो जाएगी। विशेषकर हरियाणा में कड़ाके की ठंड दस्तक देगी और नवंबर के अंतिम दिनों में शीतलहर का दूसरा दौर देखने को मिल सकता है। यह ठंड साइबेरिया से आने वाली बेहद सर्व और बर्फीली हवाओं के कारण अधिक प्रचंड हो सकती है,

जिनका असर पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी यूपी तक पहुंचेगा। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल रात के तापमान में हल्की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि दिन का तापमान थोड़ा नीचे आया है। रेवाड़ी जिले के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में लगाया आईएमडी का ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन खराब है। ऐसे में पड़ौसी जिले महेंद्रगढ़ के नारनौल का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री और न्यूनतम 8.6 डिग्री सेल्सियस रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, ये आंकड़े मखते हैं कि धरातल पर ठंड तेजी से असर दिखा रही है और जैसे ही बफीली हवाएं तेज होंगी, तापमान और गिरेगा।

दिसंबर के पहले सप्ताह में नमी बढ़ेगी

इसके साथ ही मौसम पूर्वानुमान मॉडल दिसंबर के पहले सप्ताह में एक नए बदलाव की ओर संकेत कर रहे हैं। वातावरण में नमी बढ़ने की संभावना है, जिससे धुंध और कोहरे की स्थिति भी बन सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल अनुमानित बारिश और मने कोहरे की स्थिति में भी आगे संशोधन संभव है, क्योंकि मौसम प्रणालियों की गति और दिशा में अगले दिनों में बदलाव आ सकता है। नवंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर दिसंबर की शुरुआत तक क्षेत्र में ठंड का प्रकोप दौर देखने को मिल सकता है।