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Last warning : सिविल अस्पताल में डेपूटेशन पर गए ड्राइवर 31 मई तक वापस रोडवेज में नहीं लौटे तो रूकेगी सेलरी

Last warning : रोडवेज में नई बसें आने के बाद चालकों की कमी के कारण वर्कशॉप में खड़ी हैं बसें, प्रभावित हो रही है सर्विस

Clin Bold News:जींद

रोडवेज के जींद डिपो से डेपूटेशन पर सिविल अस्पताल में एंबुलेंस पर गए (Last warning) चालक रोडवेज द्वारा बार-बार पत्र लिखने के बाद भी अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। अब डिपो महाप्रबंधक द्वारा अंतिम बार (Last warning) पत्र जारी करते हुए कहा है कि अगर 31 मई तक चालक वापस डिपो में नहीं लौटे तो उनकी सेलरी रोक ली जाएगी। रोडवेज में नई बसें शामिल होने के बाद चालकों की कमी के कारण बसें वर्कशॉप में ही खड़ी हो रही हैं।

इससे कई रूटों पर बस सेवा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है और यात्रियों को परेशानी (Last warning)झेलनी पड़ रही है।
काबिलेगौर है कि कोरोना काल में मेडिकल एमरजेंसी के तहत सिविल अस्पताल में एंबुलेंस ड्राइवरों की कमी को पूरा करने के लिए रोडवेज विभाग से ड्राइवरों को डेपूटेशन पर भेजा गया था।

उसके बाद 21 ड्राइवरों को स्वास्थ्य विभाग ने वापस रोडवेज में भेज दिया थाए लेकिन अब भी 10 से ज्यादा ड्राइवर सिविल अस्पताल में हैं और एंबुलेंस चला रहे हैं। रोडवेज ने अपने ड्राइवरों को वापस बुलाने को लेकर कई बार सिविल अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखा लेकिन अभी तक उन्हें रिलिव नहीं किया गया।

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चालकों के अभाव में नहीं चल पा रही सभी बसें, यात्रियों को परेशानी (Last warning)
हाल ही में जींद डिपो में करीब 35 नई बसें शामिल हुई हैं और इन बसों के लिए अब पर्याप्त ड्राइवर रोडवेज के(Last warning) पास नहीं बचे हैं। ऐसे में कैथल, असंध, उचाना, नरवाना, भिवानी, सफीदों सहित लोकल रूटों पर बसों के चक्कर मिस हो रहे हैं।

कई बार बसें न जाने के कारण यात्री बस स्टैंड पर खड़े रहते हैं। बस ड्राइवर की छुट्टी होने पर दूसरे ड्राइवर की व्यवस्था करने में विभाग के अधिकारियों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। वहीं ड्राइवर जरूरत के समय छुट्टी नहीं ले पा रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत कैथल, रोहतक, भिवानी, नरवाना, उचाना, हिसार व गांव में जाने वाले रूटों पर पड़ रही है। (Last warning)

डिपो में 137 रोडवेज बसें, 200 चालक
जींद डिपो, नरवाना सब डिपो व सफीदों सब डिपो में रोडवेज रोडवेज की 137 बसें हैं। इन बसों पर करीब 200 चालक हैं। नार्म के हिसाब से चालकों की कमी इस समय डिपो में है, इसलिए डिपो द्वारा बार-बार सिविल अस्पताल प्रबंधन से अपने चालक वापस मांगे जा रहे हैं।

अगर चालक नहीं आए तो रोकी जाएगी सेलरी : जीएम

सरकार के आदेशानुसार विभाग से 35 बस चालकों को एंबुलेंस चलाने के लिए भेजा था। इनमें से कुछ वापस आ चुके हैं तो कुछ चालक अभी भी सिविल अस्पताल में ही एंबुलेंस पर ड्यूटी कर रहे हैं। उनका प्रयास है कि यात्रियों को रोडवेज की बेहतर बस सेवा मिले, इसलिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है कि ड्राइवरों को वापस भेजा जाए। बस ड्राइवरों की कमी के चलते कुछ मार्गों पर बस सेवा प्रभावित हुई हैं। 31 मई से पहले चालकों को वापस नहीं भेजा गया तो अगले माह की उनकी सेलरी नहीं बनाई जाएगी। (Last warning)

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