Seasonal fever : हरियाणा सरकार ने मौसमी बुखार और संक्रमण से बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मौसमी बुखार का खतरा बढ़ते मौसम के बदलावों के साथ अधिक होता है, और सावधानी बरतकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
Seasonal fever : मौसमी बुखार में क्या करें?
मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करें और ऐसे स्थानों पर जाने से बचें जहां संक्रमण का खतरा अधिक हो।
छींकते या खांसते समय सावधानी बरतें: छींकते और खांसते समय मुंह और नाक को रुमाल या किसी कपड़े से ढकें ताकि संक्रमण फैलने की संभावना कम हो।
आंख और नाक को छूने से बचें: आंखों और नाक को बार-बार छूने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसे कम करने के लिए हाथों को बार-बार धोएं और छूने से बचें।
तरल पदार्थ पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
पैरासिटामोल का सेवन करें: यदि बुखार या बदन दर्द हो तो पैरासिटामोल लें, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना अन्य दवाएं लेने से बचें।
Seasonal fever: मौसमी बुखार में क्या ना करें:
हाथ ना मिलाएं: संपर्क से बचने के लिए अभिवादन में हाथ मिलाने की बजाय अन्य तरीकों का उपयोग करें।
सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें: जब तक आवश्यक न हो, सार्वजनिक स्थानों पर ना जाएं ताकि संक्रमण का खतरा कम किया जा सके।
बिना सलाह के एंटीबायोटिक्स का सेवन ना करें: डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाओं का सेवन ना करें, क्योंकि गलत दवाएं लेने से स्वास्थ्य को हानि हो सकती है।
दूसरों के साथ बैठकर भोजन ना करें: दूसरों के साथ भोजन करने से बचें, ताकि संक्रमण का प्रसार कम हो सके।
इन आसान उपायों को अपनाकर आप मौसमी बुखार से अपना और अपने परिवार का बचाव कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य उपलब्धता के आधार पर है। कोई भी चीज अपनाने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूरी लें।